पहाड़ों के अधिकतर अस्पतालों में डॉक्टर नहीं, मरीजों की परेशानी को देखते सरकार उठा रही कदम
देहरादून। उत्तराखंड के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टेली मेडिसिन सेवाओं से जुड़ेंगे। दूर दराज के क्षेत्रों में रह रहे मरीजों को दुर्गम के अस्पतालों में ही विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श की सुविधा मिल जाएगा।
पर्वतीय क्षेत्रों के अधिकतर अस्पतालों में अभी तक पर्याप्त संख्या में डॉक्टर नहीं हैं। इस परेशानी को देखते हुए अब टेली मेडिसिन सेवाओं पर फोकस किया जा रहा है। इसके तहत राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों को टेलीमेडिसिन के जरिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से जोड़ा जा रहा है।
राज्य में कुल 578 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं जिसमें से पहले चरण में 400 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मेडिकल कॉलेजों से जोड़े जा रहे हैं। प्रत्येक मेडिकल कॉलेज से 100 पीएचसी जोड़े जाएंगे और उसके बाद शेष रहने वाले अस्पतालों को अगले चरण में इस योजना में शामिल किया जाएगा।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को टेलीमेडिसिन से जोड़ने की योजना का शुभारंभ जल्द ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत की ओर से किया जाएगा। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अगले एक महीने के भीतर इस योजना की लॉन्चिंग की जाएगी। उसके बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में विधिवत रूप से टेली मेडिसिन सेवाओं की शुरूआत हो जाएगी।