चारधाम में इस साल 54 लाख तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किए, पिछले साथ 45 लाख यात्री पहुंचे
बदरीनाथ। बदरीनाथ धाम के कपाट शनिवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए।
शनिवार तड़के चार बजे महाभिषेक के साथ भगवान बदरी विशाल का पुष्प शृंगार किया गया। सुबह 11 बजे के लगभग भगवान को भोग लगाया गया। दोपहर 1245 बजे भगवान की सांयकालीन पूजा आरती हुई। एक बजकर 45 मिनट पर लक्ष्मी जी को बदरीनाथ मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान किया गया। अपराह्न 333 बजे मंदिर के गर्भ गृह और सिंहद्वार के कपाट रावल ईश्वरी प्रसाद नम्बूदरी ने शीतकाल के लिए बंद किए।
वहीं, चारधाम में इस साल रिकार्ड 54 लाख तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किए। जबकि पिछले साथ चारों धामों के दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या 45 लाख के करीब थी।
शनिवार को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही शीतकाल के लिए चारधाम यात्रा बंद हो गई है। कमिश्नर कार्यालय के चारधाम कंट्रोल रूम के आंकड़ों के अनुसार इस साल चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों की कुल संख्या 54 लाख के करीब थी। इसमें सबसे अधिक 1961025 लाख से अधिक तीर्थ यात्री केदारनाथ धाम पहुंचे। बदरीनाथ धाम के दर्शनों के लिए 1835132 लाख से अधिक तीर्थ यात्री पहुंचे। गंगोत्री में 905174 जबकि यमुनोत्री में 735244 तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किए। पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस साल पिछले साल की तुलना में चारधाम में तकरीबन नौ लाख तीर्थ यात्री अधिक पहुंचे।
बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद
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