हल्द्वानी। 30 जनवरी को दिल्ली में संसद भवन के पास सभी केंद्रीय मजदूर यूनियनों का राष्ट्रीय अधिवेशन होगा। इसमें उत्तराखंड मजदूर यूनियन भी भागीदारी कर रहा है। यह जानकारी ऐक्टू के राज्य महामंत्री केके बोरा ने दी। शनिवार को ऐक्टू पदाधिकारियों की राष्ट्रीय अधिवेशन की तैयारी को लेकर दमुवाढुंगा स्थित ऐक्टू यूनियन कार्यालय में बैठक हुई।
प्रदेश केके महामंत्री बोरा ने बताया कि मजदूर अधिकारों को खत्म करने वाले 4 लेबर कोड कानून से मजदूरों में केंद्र सरकार के प्रति गुस्सा है। मजदूर आबादी अपने 39 लेबर कानून की बहाली चाहती है। इनसे नौकरी सुरक्षा, तरक्की बनाम शोषण पर रोक की व्यवस्था थी।
जबकि 4 लेबर कोड पूरी तरह से पूंजीपतियों को मनमानी आजादी दे रहे हैं। 11 केन्द्रीय मजदूर यूनियन एक साथ 30 जनवरी को राष्ट्रीय अधिवेशन कर रहे हैं। यह अधिवेशन नई दिल्ली में पार्लियामेंट के एनेक्सी हाल में होगा। जिसका नेतृत्व एक्टू के राष्ट्रीय महासचिव राजीव डिमरी करेंगे।
कामरेड बोरा ने बताया कि इसमें पूरे देश से मजदूर भागीदारी कर रहे हैं । उत्तराखंड से एक्टू के नेतृत्व में सैकड़ों मजदूर भागीदारी करेंगे।
कामरेड बोरा ने बताया कि कन्वेंशन में एक्टू कार्यकर्ता लेबर कोड के खिलाफ अनिश्चितकालीन औद्योगिक आम हड़ताल का प्रस्ताव पारित करने का पूरा प्रयास करेंगे।
पदाधिकारियों की बैठक में राज्य उपाध्यक्ष कैलाश पांडे, जिला अध्यक्ष जोगेंद्र लाल, राज्य कार्यकारणी सदस्य विकास सती, ललित मटियाली, उधमसिंह नगर जिला अध्यक्ष दिनेश तिवारी , उपाध्यक्ष कमलेश कार्की, ललित मटियाली , पूरन भाकुनी, दीपक कांडपाल निरंजन लाल आदि उपस्थित थे।