हल्द्वानी। हल्द्वानी के बाल संप्रेक्षण गृह की किशोरी के लगाए दुष्कर्म के आरोपों के बाद विभाग ने मुकदमे में नामजद अनुसेवक को निलंबित कर दिया है। यहां तैनात होमगार्ड को विभाग को लौटा दिया है। शनिवार को जानकारी मिलने पर विभागीय मंत्री रेखा आर्य ने विभागीय सचिव और निदेशक के साथ बैठकर घटना की पूरी जानकारी ली। विभाग की जांच के लिए दून के मुख्य परिवीक्षा अधिकारी मोहित चौधरी, उपमुख्य परिवीक्षा अधिकारी अंजना गुप्ता की जांच टीम गठित की है। जिला जज सुजाता सिंह, डीएम वंदना सिंह आदि ने ढाई घंटे तक संप्रेक्षण गृह की व्यवस्था देखी। पीड़िता की रोज काउंसलिंग, सुरक्षा को सिटी मजिस्ट्रेट व एसएसपी को निर्देशित किया है।
वहीं नारी निकेतन, राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में किशोरी से दुष्कर्म के मामला सामने आने के बाद दून तक अफसरों में हलचल है। अधिकारियों के संरक्षण में रहने वाली किशोरी से ही इस तरह की वारदात का होना विभागीय अधिकारियों और आला कमान के लिए भी शर्मसार करने वाली बात है। बाल कल्याण समिति के मुताबिक बीते सात नवंबर 2023 को दिल्ली पुलिस की टीम ने दिल्ली से ही किशोरी को रेस्क्यू किया था। पुलिस पूछताछ में पता चला कि 15 वर्षीय किशोरी ऊधमसिंह नगर जिले की रहने वाली है। इसके बाद पुलिस ने ऊधमसिंह नगर स्थित बाल कल्याण समिति से संपर्क कर किशोरी को बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया। समिति के सदस्य ने बताया जिले में किशोरियों के लिए संरक्षण गृह न होने की वजह से उसे हल्द्वानी भेज दिया गया था।
हल्द्वानी के बाल संप्रेक्षण गृह की किशोरी से दुष्कर्म के आरोप में अनुसेवक निलंबित
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