कमल जगाती
हल्द्वानी-
जल ही जीवन है, यह उनका कहना है जिन्हें जल का बिल तो मिल रहा किंतु जल नही। शहर की तमाम जनता जल के लिए त्रस्त है, पर विभाग द्वारा कोई सुनवाई नहीं।
नीलकंठ विहार कॉलोनी में विगत एक माह से पेयजल आपूर्ति लगभग ठप है। शिकायत करने पर विभागीय कर्मचारी, पार्षद और विधायक प्रतिनिधि कहते हैं कि लाइन खराब है, जबकि क्षेत्रवासियों का कहना है कि लाइन में कोई खराबी नहीं है बस वो अत्यधिक पतली है। ऐसे में क्षेत्रीय जनता ने अब पानी की खाली बाल्टियां लेकर प्रदर्शन किया और मेयर चुनाव का बहिष्कार की बात कही।
हल्द्वानी के नीलकंठ विहार कॉलोनी के वासिंदे पिछले एक माह से पानी नहीं आने के कारण अब सड़कों में उतर गए हैं। उनका कहना है कि अब “पानी नहीं तो वोट नहीं, मेयर इलेक्शन का करेगें बहिष्कार”। अधिवक्ता दीपक जोशी ने बताया कि नीलकंठ विहार, वृंदा विला चूड़ामणि स्टेट, चीनपुर ऊंचापुल आदि जगहों में काफी समय से पानी की समस्या बनी हुई है। पानी की सूखी टंकियों से परेशान ग्रामीण खाली बाल्टियां लेकर सड़क में खड़े हो गए और देखते ही देखते इनकी नाराजगी एक आंदोलन में तब्दील हो गई है। क्षेत्रवासियों ने जल संस्थान के अधिशाषी अभियंता को लिखे पत्र में पेयजल संकट के बारे में लिखा है। उन्होंने अवगत कराया है कि वर्तमान में कॉलोनी में लगभग 34 परिवार वास करते हैं, जबकि यहां कई प्लाट खाली हैं, ऐसे में बशासत बढ़ने के बाद पेयजल आपूर्ति की इस पतली लाइन से कतई काम नहीं चलेगा। शिकायत की गई है कि इस पतली लाइन में एक दो बाल्टी पानी भरने लायक ही पानी आता है। ऐसे में हर घर तक पानी नहीं पहुंच पाता है और पानी के संकट से निकलने के लिए टैंकर से आपूर्ति कराई जाती है जो काफी महंगा साबित होता है। अतः विभाग पानी की बड़ी लाइन डाले तांकि लोगों को समय से संतोषजनक पानी मिल सके। आंदोलन में रुचि दत्ता जोशी, जीवन सिंह रौतेला, दिनेश चंद लोहानी, गणेश सिंह धपोला, रविन्द्र जोशी, तेज सिंह जखनियाल, डॉ.रुचिर त्रिपाठी, संजय सिंह बिष्ट, भूपेंद्र सिंह असवाल, शोभा खाती, गीता कांडपाल, निधि रौतेला, शोभा जोशी, तारा अधिकारी, निर्मल अधिकारी, दिनेश चंद वर्मा समेत सैकड़ों लोग पेयजल आपूर्ति की मांग को लेकर आंदोलन में शामिल थे।