देहरादून: पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत पर ईडी का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। हाल ही में, ईडी ने हरक के बेटे तुषित रावत से करीब आठ घंटे तक पूछताछ की है। इससे पहले, हरक की पत्नी दीप्ति रावत और करीबी लक्ष्मी राणा भी ईडी के सवालों के घेरे में रही हैं।
ईडी की इस कार्रवाई से साफ है कि वह हरक सिंह रावत से जुड़े जमीन फर्जीवाड़े और कार्बेट टाइगर रिजर्व में पेड़ों के अवैध कटान के मामलों की जांच को गंभीरता से ले रही है। ईडी के सूत्रों के अनुसार, हरक सिंह रावत, उनके करीबी बीरेंद्र सिंह कंडारी और नरेंद्र कुमार वालिया ने मिलकर एक जमीन की दो पावर ऑफ अटॉर्नी पंजीकृत कराई थी, जिसके बाद इस जमीन को अवैध तरीके से हरक की पत्नी दीप्ति रावत और लक्ष्मी राणा को बेचा गया था। इस जमीन पर ही दून इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज बना हुआ है, जिसका संचालन तुषित रावत के पास है।
ईडी ने इन मामलों में कई ठिकानों पर छापेमारी की थी और बड़ी मात्रा में नकदी, सोना, विदेशी मुद्रा और दस्तावेज बरामद किए थे। ईडी का मानना है कि इस पूरे मामले में मनी लॉन्ड्रिंग हुई है।
मुख्य बिंदु:
* ईडी ने हरक सिंह रावत, उनकी पत्नी, बेटे और करीबियों से पूछताछ की है।
* जमीन फर्जीवाड़े और कार्बेट टाइगर रिजर्व में पेड़ों के अवैध कटान के मामले में जांच चल रही है।
* ईडी ने कई ठिकानों पर छापेमारी कर बड़ी मात्रा में नकदी, सोना और दस्तावेज बरामद किए हैं।
* ईडी का मानना है कि इस पूरे मामले में मनी लॉन्ड्रिंग हुई है।