छात्र जीवन को आकार देते हैं शिक्षक:- श्रीमहंत रविंद्रपुरी
हरिद्वार- अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और रामानंद इंस्टीट्यूट आफ फार्मेसी, मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि शिक्षक अपने छात्र-छात्राओं के रूप में देश के भावी नागरिक तैयार कर शिक्षित राष्ट्र का निर्माण करता है। श्रीमहंत रविंद्र पुरी मंगलवार को शिक्षक दिवस पर रामानंद इंस्टीट्यूट में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर प्रबंधन की ओर से अलग-अलग संकाय के 15 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। वहीं, छात्र-छात्राओं ने भी शिक्षकों का आशीर्वाद लिया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि छात्र जीवन में बालक एक कच्चे घड़े के समान होता है। शिक्षक उसे ज्ञान से आकार देकर डॉक्टर, इंजीनियर, अधिवक्ता, पायलेट, वैज्ञानिक आदि बनाता है। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक के लिए भी अनुशासन उतना ही जरूरी है, जितना एक छात्र के लिए। यदि शिक्षक अनुशासित होगा तो छात्र भी अनुशासन में रहेंगे। इंस्टीट्यूट के निदेशक वैभव शर्मा ने श्रीमहंत रविंद्र पुरी के साथ मिलकर शिक्षकों को सम्मानित करते हुए कहा कि छात्रों का भविष्य बनाने और संस्था को उन्नति की बुलंदियों पर पहुंचने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने बताया कि इंस्टीट्यूट के शिक्षकों की बदौलत ही कई छात्रों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हरिद्वार और उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। इससे पूर्व मैनेजमेंट एंड कॉमर्स विभागध्यक्ष मनुज उनियाल ने श्रीमहंत रविंद्र पुरी को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। शिक्षिका शिल्पा गिरी के संचालन में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने की। कार्यक्रम में फार्मेसी संकाय से शिक्षिका तूबा, पूजा, विवेक शर्मा, आरती, कॉमर्स संकाय से हिमानी चौहान, निकिता, मैनेजमेंट संकाय से शिवांगी, विवेक जोशी, शगुन तनेजा, इंजीनियरिंग संकाय से अमित सैनी, संदीप बर्मन, सौरभ, विश्वजीत, प्रज्ज्वल,भाग्यलक्ष्मी को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अश्वनी कुमार जागता, मनुज उनियाल, डॉक्टर मयंक गुप्ता, आरए शर्मा,सूरज राजपूत, सचिन विश्नोई, कुसुम लता, हिमांशु सेमवाल आदि मौजूद रहे।