बदायूं: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में गूगल मैप पर गलत जानकारी के कारण हुए एक दर्दनाक हादसे में तीन लोगों की जान चली गई है। इस घटना के बाद पुलिस ने गूगल को एक नोटिस जारी किया है।
क्या है पूरा मामला?
कुछ दिन पहले, फर्रुखाबाद के तीन युवक नितिन, अजीत और अमित गूगल मैप का इस्तेमाल करते हुए बरेली जा रहे थे। मैप ने उन्हें एक अधूरे पुल से होकर जाने का रास्ता दिखाया, जिसके चलते उनकी कार करीब 50 फीट ऊंचाई से गिर गई और तीनों की मौत हो गई।
पुलिस की जांच में पता चला है कि गूगल मैप पर उस पुल को सही तरह से दिखाया गया था, जबकि वास्तव में वह पुल अधूरा था और उस पर वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित था। इस गलत जानकारी के कारण ही यह हादसा हुआ।
पुलिस ने गूगल को भेजा नोटिस
इस घटना के बाद बदायूं पुलिस ने गूगल के गुरुग्राम स्थित कार्यालय को एक नोटिस भेजा है और उनसे 7 दिन के भीतर जवाब मांगा है। पुलिस ने गूगल से पूछा है कि कैसे एक बंद और अधूरे पुल को मैप पर सही तरीके से दिखाया जा सकता है।
लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं के खिलाफ भी मामला दर्ज
इस मामले में पुलिस ने लोक निर्माण विभाग के चार अभियंताओं के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की है। इन अभियंताओं पर आरोप है कि उन्होंने पुल के खराब हालात के बारे में गूगल को सही जानकारी नहीं दी।
बदायूं के एसपी का बयान
बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश सिंह ने कहा कि गूगल मैप पर दिखाई गई गलत जानकारी के कारण ही यह हादसा हुआ है। उन्होंने गूगल से सवाल किया है कि एक बंद रास्ते को सुचारू क्यों दिखाया गया। उन्होंने कहा कि अगर गूगल निर्धारित समय में जवाब नहीं देता है तो पुलिस गूगल के जिम्मेदार अधिकारी को तलाशने में सक्षम है।
गूगल मैप की विश्वसनीयता पर सवाल
यह घटना गूगल मैप की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करती है। यह पहली बार नहीं है जब गूगल मैप की गलत जानकारी के कारण कोई हादसा हुआ हो। इस घटना के बाद लोगों में डिजिटल उपकरणों पर अंधाधुंध भरोसे को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।