अस्पताल परिसर में मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के निर्देश चस्पा
हरिद्वार। इंफ्लूएंजा-ए के सब वेरिएंट एच3 एन2 के खतरे को देखते हुए मंगलवार से हरिद्वार में इस वेरिएंट के संदिग्ध मरीजों की सैंपलिंग शुरू कर दी जाएगी। हरिद्वार मेला अस्पताल और रुड़की के सिविल अस्पताल में संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेने की व्यवस्था की गई है। अन्य अस्पतालों से मरीजों को सैंपलिंग के लिए दोनों अस्पतालों में भेजा जाएगा। सैंपलों को दिल्ली और देहरादून जांच के लिए भेजा जाएगा।
मेला अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल परिसर में मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के दिशा-निर्देश चस्पा कर दिए हैं। जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. हितेन जंगपांगी ने बताया कि खांसी, जुकाम और बुखार से पीड़ित करीब 25 बच्चे रोजाना इलाज के लिए आ रहे हैं। जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. चंदन मिश्रा ने बताया कि फिजिशियन डॉ. संदीप टंडन के पास भी इस प्रकार के रोजाना करीब 30 मरीज आ रहे हैं। इन सबको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
सीएमओ डॉ. मनीष दत्त ने बताया कि सभी जिला, उपजिला, सीएचसी, पीएचसी केंद्र को भी गाइड लाइन का अनुपालन करने के दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं।
खांसी और बुखार चल रहे लम्बे
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. हितेन जंगपांगी ने बताया इस सीजन में हर साल खांसी, जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। हर साल बुखार अधिकतम चार दिन में ठीक हो जाता था और खांसी दस दिन में खत्म हो जाती थी। लेकिन इस बार बुखार जाने में एक सप्ताह और खांसी तीन सप्ताह तक मरीजों को परेशान कर रही है।
एच 3 एन 2 के लक्षण
नाक बहना, तेज बुखार, खांसी (शुरुआत में गीली और बाद में लंबे समय तक सूखी), गले में खरास, छाती में जकड़न, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, सिरदर्द, थकावट आदि।
मास्क पहनने लगे लोग
मेला अस्पताल और जिला अस्पताल में अब लोग मास्क पहनकर आ रहे हैं। अस्पताल स्टाफ के अलावा लोग भी एहतियात के लिए मास्क पहनते दिख रहे हैं।
आइसोलेशन में जाने की सलाह दी
सीएमओ का कहना है कि यदि किसी व्यक्ति को लगातार तेज बुखार, खांसी, जुकाम की शिकायत है तो वह एहतियात के रूप में वह व्यक्ति अपने को आइसोलेशन में रख ले।
क्या करें, क्या न करें
तेज बुखार आने, सांस लेने में तकलीफ होने पर तत्काल चिकित्सीय परामर्श लें। हाथ मिलाने से परहेज करने और हाथ धोने की सलाह भी डॉक्टरों ने दी है। बुखार आने पर केवल पैरॉसिटामोल का ही प्रयोग करने की बात सीएमओ ने कही है। सीएमओ कहना है कि भीड़ भाड़ वाले इलाके में मास्क का प्रयोग करें। आवश्यक होने पर ही भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में जाएं।
एच3 एन2 के संदिग्ध मरीजों की आज से होगी सैंपलिंग
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