एआरटीओ पर कर्मचारी से मारपीट का आरोप, सोमवार को वायरल हुआ था इसका वीडियो
हरिद्वार। एआरटीओ का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें एआरटीओ परिवहन विभाग में ही तैनात दरोगा के साथ गाली गलौच कर मारपीट कर रहे हैं। हिन्दुस्तान वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। मामले में डीएम ने जांच बैठाते हुए एडीएम को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो एक अक्तूबर का रोशनाबाद स्थित एआरटीओ कार्यालय का बताया जा रहा है। वीडियो में एआरटीओ रत्नाकर सिंह मोटर साइकिल प्रर्वतन दल में तैनात उपनिरीक्षक मुकेश वर्मा से मारपीट करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में नजर आ रहा है कि अन्य विभागीय कर्मचारी उन्हें रोकने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, जांच के आधार पर ही वीडियो की पुष्टि हो पाएगी।
संयुक्त परिवहन आयुक्त एसके सिंह का कहना कि अगर इस तरह का काम किया गया है तो, कानून को अपने हाथ में लिया गया है। शिकायत मिलने पर प्रकरण की जांच कर आगे कार्रवाई होगी। वहीं, मामले से जुड़े विभागीय दरोगा का कहना है एआरटीओ का एक ड्राइवर से विवाद हो रहा था, बीचबचाव में वह आए तो एआटीओ ने उनके साथ गाली गलौच और मारपीट कर दी। वहीं मामले में एआरटीओ का पक्ष जानने के लिए जब उन्हें फोन किया गया तो उनका मोबाइल फोन बंद आ रहा था। जैसे ही उनका पक्ष मिलेगा उसे प्रकाशित किया जाएगा।
प्रिवर्तन कर्मचारी संगठन परिवहन विभाग के प्रदेश महामंत्री महेंद्र दीवान का कहना है कि ऐसा व्यवहार बेहद निंदनीय है। अधीनस्थ कर्मचारी ने कोई गलती की है तो विभागीय स्तर पर कार्रवाई की जानी चाहिए। बीच बचाव करने आए दरोगा के साथ मारपीट गलत है। संगठन की ऑनलाइन बैठक में लिए निर्णय के अनुसार आगे कार्रवाई करेगा। विभाग के दरोगा मुकेश वर्मा का कहना है कि वह राज्य आंदोलनकारी भी हैं। इस व्यवहार से वे आहत हैं। राज्य के गठन के लिए संघर्ष किया, अब ऐसा व्यवहार हो रहा है।
डीएम ने मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद मामले की जांच बैठा दी गई है। एडीएम प्रशासन को मामले की जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं।