22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा पर बोले …
हरिद्वार। ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि हिंदुओं के जिन स्थानों पर मुस्लिमों की ओर से पूर्व में कब्जा किया गया है, उन स्थानों को मुस्लिम समाज स्वयं आगे बढ़ कर हिंदुओं के लिए छोड़ दे।
यह बात सिर्फ काशी और मथुरा की बात नहीं है, बात उन सभी स्थानों की है, जो हिंदुओं से जबरदस्ती छीन लिए गए।
ये बातें शंकराचार्य ने बुधवार को कनखल में शंकराचार्य मठ में पत्रकारों से वार्ता में कहीं। शंकराचार्य ने कहा कि पूर्व में हमारे ऊपर आक्रमण किया गया। हमारी आस्था को चोट पहुंचाई गई। हमारे मंदिरों को ध्वस्त किया गया। मुस्लिम आक्रांताओं ने जबरदस्ती हिंदुओं की आस्था के स्थानों पर कब्जा किया। लेकिन मुस्लिम समाज को समय के अनुसार हिंदुओं के उन स्थानों से हट जाना चाहिए, जहां सालों पहले अतिक्रमण कर मुस्लिम बैठे हैं। शंकराचार्य ने कहा कि आपके पूर्वजों ने कुछ भी किया हो, लेकिन अतिक्रमण करना हमेशा गलत होता है।
शंकराचार्य ने राम मंदिर पर कहा कि तिथि को लेकर पूछा गया था। इसमें हमारा मत था कि राम जन्म दिवस पर ही मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हो, लेकिन विशेष कारण से 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का निर्णय लिया गया। विशेष कारण चुनाव नजदीक होना हो सकता है। उत्तर प्रदेश और बिहार के हिंदी भाषियों को लेकर दयानिधि मारन के बयान पर शंकराचार्य ने दयानिधि को अहंकारी बताया।
ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने मुस्लिमों को इसलिए दी नसीहत
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