पेपर रेट सेट करने, अभ्यर्थियों को रिजॉर्ट तक लाने में रही भूमिका
हरिद्वार। थाना कनखल पर पंजीकृत पटवारी पेपर लीक मुकदमे में एसआईटी की विवेचना से घोटाले की परतें खुलने लगी है। मामले में 10वें आरोपी की गिरफ्तारी हो गई है।
मुख्य आरोपी लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी की निशांदेही पर दिनांक 23.01.2023 से 02 दिवसीय PCR (पुलिस कस्टडी रिमाण्ड) में मुकदमा उपरोक्त से सम्बन्धित कई संदिग्ध दस्तावेज व अन्य सामग्री बरामद करने के साथ-साथ घटना स्थल आदि का निरीक्षण भी किया गया।
▪️मुकदमा उपरोक्त में प्रकाश में आये अभियुक्त अंकुश को आज गिरफ्तार किया गया है। इसके द्वारा मुख्य अभियुक्तगण राजपाल व संजीव दुबे के साथ मिलकर पटवारी/लेखपाल भर्ती का पेपर आउट कराने हेतु अभियुक्तों के साथ मिलकर लगभग एक दर्जन छात्रों को परीक्षा प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने हेतु प्रत्येक अभ्यर्थी से मोटी रकम तय कर बिहारीगढ़, सहारनपुर स्थित एक रिसोर्ट में अभ्यर्थियों को लाया गया। जहां पुलिस टीम द्वारा उक्त अभियर्थियों को चिन्हित कर उनसे आवश्यक साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे हैं। पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर मुकदमा उपरोक्त में भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा की बढ़ोतरी की गई है। विवेचना प्रचलित है।
गिरफ्तार अभियुक्तगण का नाम पता –
अंकुश कुमार पुत्र मुकेश कुमार निवासी सुकरासा थाना पथरी हरिद्वार , उम्र 23 वर्ष । (पूर्व गिरफ्तार राजपाल रिश्तेदारी में अंकुश का फूफा लगता है)
बरामदगी…
1. नकदी ₹ 110000 लाख
2. उक्त परीक्षा में अभ्यर्थीयों से सिक्योरिटी के लिए कब्जे में लिए गए मूल शैक्षिक प्रमाण पत्र आदि।
बरामदगी पीसीआर
1- अभिलेखीय दस्तावेज , प्रिंटर आदि
(पीसीआर अभियुक्त संजीव चतुर्वेदी से)
अभी तक कुल गिरफ्तार–
1- संजीव चतुर्वेदी
2- रितू पत्नी संजीव चतुर्वेदी
3- मनीष कुमार
4- प्रमोद कुमार
5- राजपाल
6- संजीव कुमार उर्फ संजीव दुबे
7- रामकुमार
8- सोनू उर्फ खडकू
9. दीपक एवं
10. सौरभ
11. अंकुश कुमार (आज)