परिषद के कार्याकर्ताओं ने चंद्राचार्य चौक पर की नारेबाजी
हरिद्वार- सनातन धर्म को लेकर अनर्गल बयानबाजी करने पर अखिल भारतीय सनातन परिषद भड़क उठी है। परिषद के कार्यकर्ताओं में चंद्राचार्य चौक पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। उसके पुतले को दहन किया। साथ ही प्रधानमंत्री और राज्यपाल के नाम विज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपकर स्टालिन की सदस्यता को निरस्त करने की मांग उठाई। इस अवसर पर अखिल भारतीय सनातन परिषद के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष एवं प्रदेश संयोजक डा. विशाल गर्ग ने सनातन धर्म को लेकर दिए गए उदयनिधि स्टालिन के बयान पर रोष व्यक्त किया। कहा कि सनातन किसी के खत्म करने से खत्म होने वाला नहीं हैं। सनातन का आदि है न अंत। सनातन अविरल गंगा की तरह धर्म गंगा है, जो मानव जीवन को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाती हैं। कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए सनातन धर्म के विषय में किसी भी प्रकार की बयाजनबाजी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ कार्रवाई करें। कहा कि सनातन का विरोध करने वाले का विनाश निश्चित है। इतिहास गवाह है कि जिसने भी धर्म या सनातन का विरोध किया वह सामाप्त हो गया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविक्षित रमन ने कहा कि सनातन धर्म का विरोध करने वालों के निजी व सरकारी किसी भी सनातन रूपी कार्य को सम्पन्न न कराया जाए। सनातन को लेकर टिप्पणी करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। महामंत्री पुरूषोत्तम शर्मा ने कहा कि सनातन धर्म के प्रति अनर्गल टिप्पणी करने वाले लोगों का बहिष्कार किया जाना चाहिए। ऐसे लोग देश मे विभाजन की स्थिति लाना चाहते हैं। सरकार को कड़े कदम उठाते हुए स्टालिन को तत्काल पद से हटाना चाहिए। सनातन धर्म संस्कृति देश दुनिया में प्रसिद्ध है। विदेशी लोग भी सनातन संस्कृति को अपना रहे हैं। लेकिन कुछ राजनेता गलत बयानबाजी कर सनातन संस्कृति को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। इस अवसर पर मानवेंद्र सिंह, पुरूषोत्तम शर्मा, अविक्षित रमन, शनि भक्त मोतीराम, उमंग ठाकुर, विशाल भट्ट, अजय सिंह, अंकित भारद्वाज, विजय पांडे, अग्रज मिश्रा, लक्ष्मण कटारिया, भोला शर्मा आदि मौजूद रहे।