हल्द्वानी। समाजसेवियों ने एक बार फिर मानवता की मिसाल पेश करते हुए एक लावारिस पुरुष के शव का अंतिम संस्कार किया। समाजसेवी हेमंत गोनिया, संतोष बल्यूटिया, अमित रस्तोगी, हरिश्चंद्र जोशी और वंश गोनिया ने रानी बाग इलेक्ट्रिक मशीन रानी बाग हल्द्वानी में सभी आवश्यक दाह संस्कार सामग्री के साथ अंतिम संस्कार किया।
यह लावारिस शव 42 वर्षीय पुरुष का था, जिसे तीन दिनों तक राजकीय मेडिकल कॉलेज सुशीला तिवारी के मुर्दाघर में रखा गया था। हल्द्वानी कोतवाली पुलिस ने समाजसेवियों द्वारा लावारिस शवों के लगातार अंतिम संस्कार के लिए उन्हें प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया।
समाजसेवी पिछले डेढ़ साल में 191 लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें धन की आवश्यकता नहीं है, बल्कि दाह संस्कार सामग्री, लकड़ी और एम्बुलेंस के किराए की आवश्यकता है। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से इस नेक काम में सहयोग करने की अपील की है।
समाजसेवियों ने कहा कि लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करना सच्ची मानवता है। उन्होंने लोगों से 98972 13226 पर संपर्क करके इस कार्य में सहयोग करने का आग्रह किया है।
