खूब कहानी सुनी थी हमने नानी माँ से छुट्टी में,
सूत कातती है इक बुढ़िया मिली सीख यह घुट्टी में,
चंद्रयान रोवर प्रज्ञान ने सारी धुंध हटा डाली,
जीत गया विज्ञान आ गया चाँद हमारी मुट्ठी में।
देवेश द्विवेदी ‘देवेश’
खूब कहानी सुनी थी हमने नानी माँ से छुट्टी में,
सूत कातती है इक बुढ़िया मिली सीख यह घुट्टी में,
चंद्रयान रोवर प्रज्ञान ने सारी धुंध हटा डाली,
जीत गया विज्ञान आ गया चाँद हमारी मुट्ठी में।
देवेश द्विवेदी ‘देवेश’