नई दिल्ली से अस्थि कलशों के साथ यात्रा हरिद्वार के लिए रवाना
हरिद्वार। श्री देवोत्थान सेवा समिति (पंजी.)के तत्वावधान में पितृपक्ष में प्रतिवर्ष निकाली जाने वाली विश्व प्रसिद्ध 22 वीं अस्थि कलश विसर्जन यात्रा, शहीदी पार्क, आईटीओ, नई दिल्ली से 5945 संग्रहित अस्थि कलशो को लेकर हरिद्वार के लिए रवाना होगी। धर्माचार्यों, संत-महात्माओं, राजनेताओं व प्रबुद्ध समाजसेवियों द्वारा पुष्पांजलि के बाद करीब 250 श्रद्धालुओं का काफिला रवाना हुआ। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अनिल नरेन्द्र ने कहा,कि देवो के देव महादेव व मां गंगा के आशीर्वाद से हमारी निरंतर लावारिसो के वारिस बनकर निस्वार्थ भाव से उनकी गति करवा रही है।दो दिनी इस यात्रा में हजारों श्रद्धालुओं का सहयोग भी हमें निरंतर मिलता रहा है।बैंड बाजो के साथ महादेव के स्वरूप रुपी झांकी में उनके श्रीचरणों में सभी अस्थि कलशो को सामूहिक रुप से विराजमान किया गया है। श्री नरेन्द्र ने बताया,कि पूरे यात्रा मार्ग पर लक्ष्मी नगर,प्रीत विहार,जगतपुरी, ओसवाल भवन, दिलशाद गार्डन, वृंदावन गार्डन ,मेरठ, नारसन उत्तराखंड बार्डर, रुड़की होते हुए देर शाम हरिद्वार पहुंचेगी। राष्ट्रीय महामंत्री एवं यात्रा संयोजक विजय शर्मा ने बताया,कि यात्रा में इस बार हमारी सहयोगी संस्थाओ के रुप में बडी पंचायत वैश्य बीसे अग्रवाल समिति,सोनाली नदी श्मशान घाट समिति, हरिद्वार की प्रसिद्ध पुण्यदायी अभियान सेवा समिति, भीमगौडा खडखडी व्यापार मंडल समेत अन्य धार्मिक व सामाजिक संगठनों का सहयोग भी प्राप्त होगा।
8 अक्टूबर 2023 रविवार को प्रात:9.30.बजे यात्रा पुनः निष्काम सेवा ट्रस्ट, भूपतवाला हरिद्वार से वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कनखल के सतीघाट के लिए रवाना होगी, जहां दोपहर करीब 1 बजे सैकड़ों कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में सभी हुतात्माओ को मां गंगा के आंचल में मोक्ष दिलवाया जाएगा।श्री शर्मा ने बताया, कि हम सभी का बहुत बड़ा सौभाग्य है,कि देवो के देव महादेव की विशेष कृपा के चलते अब हम सभी ने 22 वर्षों में करीब 1,61,161 (एक लाख इकसठ हजार एक सौ इकसठ) अस्थि कलशो को मोक्ष प्रदान करवा दिया है।श्री शर्मा ने कहा,कि इस इतने बड़े पुण्य कार्य में राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश,और उत्तराखंड सरकार व पुलिस प्रशासन का पूर्ण सहयोग मिलता है। उन्होंने बताया, कि हमारे सहयोगी श्री सुमन गुप्ता,सतीश गर्ग,दीपक गुप्ता, अमित जैन, राणा कुशलपाल सिंह, हरिप्रसाद राव, देवेन्द्र ठाकुर, जतिन पुंडीर, किरणदीप कौर, अशोक आहुजा (सोहनलाल घोडी वाले),अजय वर्मा,पंकज आंगरा, सुरेश रुस्तगी, सुनील डेढा, हीरालाल, बालेश जैन , मनोज मेंदीरत्ता, योगेन्द्र सिंह मान, मनोज कुमार जिंदल, अतुल अग्रवाल,डीके भार्गव,प्रेम गुलाटी, प्रदीप महाजन, उमेश कौशिक,आर.एस.दुआ, पंजाबी महासभा, कन्हैयालाल श्रीवास्तव, आचार्य श्री विष्णु अवतार शास्त्री, अशोक महेश्वरी,अनुपम महेश्वरी,डा.राजेन्द्र सिंह, डा शैलेन्द्र सिंह,विशु महेश्वरी,करण महेश्वरी, सुरेन्द्र शर्मा, मुकुल मित्थल, देवेन्द्र सिंह वर्मा, दिनेश भारद्वाज,चन्द्रप्रकाश वर्मा बाटा, देवेन्द्र पाल, ठाकुर शिवमंगल सिंह, अमित त्यागी, धर्मपाल, पंडित राकेश जी,कर्ण सिंह, रवीन्द्र गोयल जी, अवनीश गोयल, अवधेश कुमार,विजय दुबे, श्री बी.के.मेहता,विशाल गर्ग, अशोक गुप्ता,डा.चन्द्रधर काला,आनंद प्रकाश टूटेजा,जानकी प्रसाद, यशपाल विजन,अजय अरोड़ा, सचिन अरोड़ा सहित सतीघाट पर पं.जितेन्द्र शास्त्री जी के माध्यम से 100 किलो दूध की धारा के साथ सभी अस्थि कलशो का विसर्जन किया जाएगा।