हरिद्वार- बम भोले के जयकारों के साथ बागपत से हरिद्वार कांवड़ लेने पहुंचे यश और परी आज सोमवार को अपनी माता के साथ अपने गंतव्य को रवाना हो गए। भगवान भोले की आस्था उन्हें बार-बार खींच लाती है। कांवड़ियों की भीड़ में कुछ बच्चे अपने माता पिता के साथ पालने में भी सवार दिखे। एसएसपी कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 4 जुलाई से अभी तक विभिन्न राज्यों से आए 89 लाख 95 हजार कांवड़िए गंगाजल भरकर अपने-अपने गंतव्यों को रवाना हो चुके हैं। धर्मनगरी में अलग-अलग स्थानों में लाखों कांवड़ियों की भीड़ उमड़ी हुई है। इन कांवड़ियों के बीच महिला और बच्चे भी शामिल है। जिन कांवड़ियों के छोटे-छोटे बच्चे हैं, वह भी अपने बच्चों को पालने में सवार करके यहां लाए हैं। कांवड़ लेने के बाद अपने गंतव्यों को सवार होने के दौरान वह अपने बच्चों को पालने में ही सवार करके ले रहे हैं। बागपत आए राजकुमार ने बताया कि शुरू से ही बच्चों को कांवड़ लेने का संस्कार दिया जाएगा, तो वह भी बड़ा होकर इस शुभ कार्य में शामिल होगा। उनके घर में बच्चों की देखरेख करने के लिए सब हैं, लेकिन वह फिर भी अपने तीन वर्षीय बेटे को यहां कांवड़ यात्रा में शामिल करने के लिए लाए हैं।
बम भोले के जयकारों के साथ बागपत से हरिद्वार कांवड़ लेने पहुंचे यश और परी
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