10वीं परीक्षा में दो विषयों और 12वीं में एक विषय में अनुत्तीर्ण परीक्षार्थी दे सकेंगे सुधार परीक्षा
देहरादून। उत्तराखंड बोर्ड के 10वीं परीक्षा में दो विषयों में अनुत्तीर्ण परीक्षार्थी को पास होने का मौका मिलेगा। 12वीं में एक विषय में अनुत्तीर्ण परीक्षार्थी को यह अवसर केवल एक बार दिया जाएगा। दोनों विषयों में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों को विषय विशेष में प्राप्तांक सुधारने का विकल्प भी रहेगा।
अनुत्तीर्ण व उत्तीर्ण परीक्षार्थियों को परीक्षाफल सुधार परीक्षा के रूप में यह बड़ी राहत देने के लिए सरकार ने उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद के विनियम में संशोधन की अधिसूचना शुक्रवार को जारी कर दी। इससे 20693 अनुत्तीर्ण परीक्षार्थियों को उत्तीर्ण होने का अवसर मिलेगा।
10वीं में परीक्षाफल सुधार परीक्षा हिंदी, अंग्रेजी या संस्कृत या उर्दू या पंजाबी या बंगाली में से कोई एक भाषा में होगी। गणित अथवा गृह विज्ञान में गृह विज्ञान केवल बालिकाओं के लिए होगा। विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और अतिरिक्त विषय में बोर्ड की मुख्य परीक्षा में अतिरिक्त विषय के रूप में भाषा अथवा व्यावसायिक विषय को सम्मिलित किया गया है। इनमें से मुख्य परीक्षा में लिए गए अधिकतम दो विषयों में अनुत्तीर्ण परीक्षार्थी को अंक सुधार परीक्षा में बैठने का अवसर मिलेगा।
मुख्य परीक्षा में सम्मिलित ऐसे परीक्षार्थी जो समस्त विषयों में अनुत्तीर्ण हुए हैं, उन्हें भी परीक्षा में बैठने का अवसर दिया गया है। साथ में ऐसे परीक्षार्थी जो प्रयोगात्मक या आंतरिक मूल्यांकन में सम्मिलित हुए, लेकिन लिखित भाग में चिकित्सकीय अथवा अन्य किसी आकस्मिकता के कारण सम्मिलित नहीं होने के कारण परीक्षा में अनुत्तीर्ण हुए हों, परीक्षा दे सकेंगे।
उत्तीर्ण होने वाले, लेकिन किसी विषय विशेष में अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाने वाले परीक्षार्थियों को उस विषय में प्राप्तांक सुधारने का मौका दिया गया है। उन्हें यह अवसर केवल एक बार मुख्य परीक्षा के तत्काल बाद मिलेगा। मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित होने के तीन सप्ताह अथवा परिषद से निर्धारित अवधि के भीतर परीक्षाफल सुधार परीक्षा के लिए संस्थागत और व्यक्तिगत परीक्षार्थी पंजीकरण वाले विद्यालय से परीक्षा के लिए आवेदन कर सकेंगे।
परीक्षाफल सुधार परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए तीन अवसर दिए जाएंगे। प्रथम अवसर मुख्य परीक्षा के तत्काल बाद मिलेगा। प्रथम अवसर में परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं होने की स्थिति में दूसरे अवसर में आगामी वर्ष की मुख्य परीक्षा के साथ और तीसरा व अंतिम अवसर आगामी वर्ष की मुख्य परीक्षा के तत्काल बाद होने वाली परीक्षाफल सुधार परीक्षा में सम्मिलित हो सकेगा।
ऐसी स्थिति में परीक्षार्थी द्वितीय व तृतीय अवसर की परीक्षाफल सुधार परीक्षा में व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रूप में सम्मिलित हो सकेगा। परीक्षार्थी को प्रत्येक अवसर के लिए अलग से निर्धारित शुल्क देना होगा। तीसरे अवसर की परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं होने पर परीक्षार्थी आगामी वर्ष की परिषदीय परीक्षा में संपूर्ण विषयों के साथ व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रूप में सम्मिलित हो सकेगा।
परीक्षार्थी को प्रथम अवसर में उत्तीर्ण नहीं होने की स्थिति में संबंधित वर्ष की मुख्य परीक्षा में दो विषयों के साथ भी परीक्षाफल सुधार परीक्षा में सम्मिलित हो सकेंगे। मुख्य परीक्षा में भी उन्हें संस्थागत अथवा व्यक्तिगत रूप से आवेदन करने का विकल्प दिया जाएगा। ऐसे परीक्षार्थी को परीक्षाफल सुधार परीक्षा का परिणाम घोषित होने के बाद 10 दिन का समय परिषद की ओर से दिया जाएगा।
12वीं कक्षा के साथ केवल कृषि वर्ग के लिए कक्षा 11 सहित परीक्षाफल सुधार परीक्षा में बैठने का अवसर मिलेगा। यह परीक्षा मुख्य परीक्षा के सभी विषयों के लिए होगी। परीक्षार्थी केवल एक विषय या प्रश्नपत्र, जिसमें वह अनुत्तीर्ण हुआ है या अपेक्षित अंक नहीं प्राप्त कर पाया हो, का चयन कर सकेगा। 12वीं के अनुत्तीर्ण परीक्षार्थियों के लिए भी परीक्षा में सम्मिलित होने की अन्य शर्तें 10वीं की भांति हैं। केवल सैद्धांतिक विषयों में ही यह परीक्षा होगी।
कृषि वर्ग के अंतर्गत 11वीं कक्षा की मुख्य परिषदीय परीक्षा में सम्मिलित हुए अनुत्तीर्ण परीक्षार्थियों को भी 12वीं कक्षा की भांति परीक्षाफल सुधार परीक्षा का अवसर प्रदान किया जाएगा। 10वीं में परीक्षाफल सुधार परीक्षा के लिए शुल्क 200 रुपये प्रति विषय और 50 रुपये प्रमाणपत्र-सह-अंकपत्र शुल्क लिया जाएगा। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा शुल्क 100 रुपये प्रति विषय व प्रमाणपत्र-सह-अंकपत्र के लिए 50 रुपये शुल्क देय होगा। 12वीं में परीक्षाफल सुधार परीक्षा के लिए प्रति विषय 300 रुपये परीक्षा शुल्क और 50 रुपये प्रमाणपत्र-सह-अंकपत्र के लिए देने होंगे। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए प्रति विषय शुल्क 150 रुपये निर्धारित है। अन्य शुल्क यथावत रहेगा। इस परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर परिषद से जारी होने वाले प्रमाणपत्र-सह-अंकपत्र में परीक्षाफल सुधार परीक्षा को अंकित किया जाएगा।