पुलिस मेडिकल करवाने भेजती इससे पहले मुर्गे का पंख शरीर में चिपका होने से खुल गई पोल
रुड़की। झगड़ों के मामले में दूसरे पक्ष पर दबाव बनाने और पुलिस में एफआईआर दर्ज करने के लिए लोग तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। रुड़की के गंगनहर कोतवाली में एक ऐसा ही मामला सुर्खियों में है। कगुलाबनगर कॉलोनी में बच्चों के बीच मामूली बात पर हुआ विवाद बड़ों के बीच मारपीट तक पहुंच गया। मुकदमा दर्ज करवाने के लिए सिर पर मुर्गे का खून लगाकर थाने पहुंच गया।
जानकारी के मुताबिक मारपीट में एक पक्ष को चोट आ गई। वह रिपोर्ट लिखाने कोतवाली पहुंचा तो सिर में चोट देखकर पुलिस ने मेडिकल कराने के लिए भेज दिया। दूसरे पक्ष को यह बात मालूम हुई तो उसने भी मेडिकल कराने और रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए अलग तरकीब निकाली।
मारपीट में चोट ना लगने के बावजूद उसने अपने 14 साल के बेटे के सिर पर मुर्गे का खून लगा दिया। इसके बाद रोते बिलखते गंगनहर कोतवाली पहुंचे और पुलिस से कार्रवाई की मांग की। सिर पर खून दिखकर पुलिस उसे मेडिकल कराने भेजती पहले ही खेल खुल गया। किशोर के शरीर पर मुर्गी का एक बाल चिपका देख एक पुलिसकर्मी को शक हो गया। इसके बाद बारीकी से छानबीन की गई तो पता चला कि खून किशोर का नहीं बल्कि मुर्गे का है।
मामले की गहराई तक जाने के लिए किशोर के बाल साफ कराए गए तो सिर पर एक खरोच तक नहीं है। बल्कि, एक चिकन सेंटर पर जाकर उन्होंने मुर्गे का खून किशोर के सिर पर डाल पुलिस की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास किया। पूरी पिक्चर साफ होने पर पुलिस ने आरोपियों को जमकर फटकार लगाई।