गाजियाबाद में रेलवे स्टेशन के वाईफाई से कनेक्ट किया था फोन तो लोकेशन ट्रेस होने पर पकड़ा गया
हरिद्वार। हनीट्रैप के जाल में फंसकर पथरी क्षेत्र के युवक ने एक लाख रुपये गंवा दिए। लड़की ने और रकम मांगी तो अपने ही अपहरण का नाटक करते हुए स्वजन से 10 लाख रुपये की डिमांड कर डाली। इससे परिवार भी चिंता में आ गया और पुलिस को सूचना दी। एसएसपी के निर्देश पर हरकत में आई पुलिस ने जांच के दौरान गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से युवक को सकुशल बरामद कर 48 घंटे के भीतर कथित अपहरण का राजफाश कर लिया।
पुलिस के मुताबिक, एक मार्च को इंतजार पुत्र शकूर निवासी बहादरपुर जट ने पथरी थाने में भतीजे सहबान पुत्र नूर हसन के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह और सीओ लक्सर निहारिका सेमवाल से पूरी जानकारी लेते हुए निर्देश दिए।
थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। इसी बीच रात में सहबान के भाई के मोबाइल फोन पर मैसेज आया। इसमें बताया गया कि चार युवकों ने सहबान का अपहरण कर लिया है और छोड़ने की एवज में 10 लाख रुपये मांगे। बेटे का अपहरण होने के मैसेज से परिवार के होश उड़ गए। उन्होंने तत्काल थानाध्यक्ष को यह जानकारी दी।
पुलिस ने मोबाइल की लोकेशन निकाली तो वह गाजियाबाद की मिली। इसके बाद गाजियाबाद पुलिस से संपर्क साधा। पुलिस ने गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के पास से युवक को सकुशल बरामद कर लिया। पूछताछ में युवक ने बताया कि कुछ दिन से एक लड़की मोबाइल पर उससे बात कर रही थी।
लड़की ने धीरे-धीरे उससे लगभग एक लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवाए। इसके बाद वह और पैसे मांग रही थी। वह लड़की से मिलने गाजियाबाद पहुंचा था। उसी दौरान अपने स्वजन को अपहरण का मैसेज भेजा था। सीओ लक्सर निहारिका सेमवाल ने बताया कि अपहरण की कहानी झूठी निकली है। युवक को बरामद कर स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया है।
मोबाइल में पैसे खत्म होने पर युवक ने गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के वाईफाई से मोबाइल कनेक्ट कर अपहरण की झूठी सूचना अपने स्वजन को दी। गनीमत रही कि स्वजन ने पुलिस को सूचना दे दी और पुलिस ने बिना देर किए उसकी खोजबीन में जुट गई।
दरअसल, युवक को पता था कि परिवार ने हाल ही में जो जमीन बेची थी उसके पैसे घर पर मौजूद हैं। इसलिए उसने अपने ही अपहरण की योजना बनाई। वह इसमें सफल हो पाता इससे पहले पुलिस उस तक पहुंच गई। पुलिस टीम में पथरी थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार, अपर उपनिरीक्षक नंदकिशोर, कांस्टेबल मुकेश चौहान व दीपक चौधरी शामिल रहे।
हरिद्वार में हनीट्रैप के जाल में फंसे युवक ने अपने ही अपहरण की साजिश रच डाली, परिजनों से कर डाली 10 लाख रुपये की डिमांड
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