हरिद्वार- गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंचने से घाट बह गए और बैरागी कैंप में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस-प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम ने बैरागी कैंप में पहुंचकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। पानी में फंसे लोगाें को बाहर निकाला गया। रिंग रोड का निर्माण कर रही एक कंस्ट्रक्टशन कंपनी के सात कर्मचारियों को ड्रोन की मदद से सर्च कर बोट में बैठाकर रेस्क्यू किया गया, तब जाकर उन्होंने राहत की सांस ली।
पहाड़ों पर हो रही लगातार बरसात और श्रीनगर डैम, पशुलोक बैराज से अतिरिक्त पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे गंगा आए दिन चेतावनी रेखा के निशान 293 मीटर के पार जा रही है। कई बार में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को भी छूट चुका है, लेकिन खतरे के पार अभी तक गंगा नहीं हुई थी। जिससे जिला प्रशासन ने राहत की सांस ले रखी थी। हालांकि, इससे गंगा के तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को बाढ़ का खतरा बना रहता है, लेकिन सोमवार को गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया। जिससे जिला प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। गंगा के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क कर दिया गया। बाढ़ चौकियों केा भी अलर्ट मोड़ में ला दिया गया। लोगों को गंगा किनारे नहीं जाने की अपील की गई। अफसरों की निगाहें दिनभर खतरे के निशान पर बह रही गंगा पर लगी रही। मगर सुबह से ही गंगा का जलस्तर बढ़ने से बैरागी कैंप में हल्का पानी पहुंचना शुरू हो गया। पानी कम मात्रा में आने से लोगों को जिला प्रशासन की ओर से कोई ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया, लेकिन दोपहर में एकाएक गंगा का जलस्तर बढ़ गया। लोगों की झोपड़ियों, गोशालाओं, मठ, मंदिरों और आश्रमों में पानी घुस गया। सूचना मिलने पर एसडीएम अजय वीर सिंह, एसपी सिटी स्वतंत्र सिंह और सीओ सिटी जूही मनराल व एसडीआरफ की टीम मौके पहुंची। जिन्होंने बचाव और राहत कार्य शुरू करते हुए पानी में फंसे लोगों और पशुओं को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा। उधर, गंगा के जगजीतपुर क्षेत्र में रिंग रोड बना रही एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के टापू पर सात लोगों के फंसे होने की सूचना मिलने पर ड्रोन से सर्च ऑपरेशन चलाया गया। सर्च ऑपरेशन चलाने के बाद एसडीआरएफ की टीम की ओर से लाकेशन ट्रेस करने के बाद वाटर बोट से टापू में फंसे लोगों को बोट पर बैठाकर गंगा के बहाव के साथ कटारपुर में सकुशल बचाया लिया गया। प्रशासन की ओर बैरागी कैंप में जलभराव के बीच में फंसे लोगों को भोजन के पैकेट विततिर किए गए। गंगा के रौद्र रूप के आगे घाट और गंगा एक हो गए। घाटों पर गंगा का पानी तेजी के साथ बहता रहा। डीएम धीराज सिंह गबर्याल और एसएसपी अजय सिंह ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को बैरागी के कैंप पर रात में नजर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं, ताकि लोगों की जरूरत बढ़ने पर मदद की जा सके।
बैरागी कैम्प में08 बाढ़ जैसे हालात, कई लोगों को किया रेस्क्यू
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