हरिद्वार
हरिद्वार के गैंडीखाता में मां-बेटी ने की आत्महत्या
हरिद्वार। श्यामपुर स्थित गैंडीखाता क्षेत्र में बुधवार सुबह मां-बेटी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।
पुलिस के अनुसार, नौगांव निवासी रोहताश सैनी की पत्नी विमला देवी और उनकी बेटी काजल ने अपने घर में फांसी लगा ली। घटना के समय रोहताश और उनका बेटा काम पर गए थे, जबकि बहू अपने बच्चे को स्कूल छोड़ने गई थी। जब बहू घर लौटी और दरवाजा नहीं खुला, तो पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया। अंदर का दृश्य देख सबके होश उड़ गए—मां-बेटी फांसी के फंदे से झूल रही थीं। पड़ोसियों ने तुरंत दोनों के शव नीचे उतारे और पुलिस को सूचना दी।
जांच में सामने आया कि काजल काफी समय से बीमार थी और मानसिक अवसाद की दवाइयां ले रही थी। उसका अपनी मां विमला देवी से गहरा लगाव था और दोनों अधिकतर समय साथ ही बिताती थीं। परिजनों ने किसी भी तरह के गृह क्लेश की बात से इनकार किया है, लेकिन आत्महत्या के असली कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है।
थाना प्रभारी नितेश शर्मा ने बताया कि मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस हर संभव एंगल से जांच कर रही है कि आखिर मां-बेटी ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया।
इस दुखद घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। परिवार और पड़ोसी सदमे में हैं और सभी के मन में यही सवाल है—आखिर ऐसा क्या हुआ कि मां-बेटी को यह कठोर फैसला लेना पड़ा?
