देहरादून: देहरादून की एक महिला से डिजिटल हाउस अरेस्ट कर 1.70 करोड़ रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। इस मामले में उत्तराखंड एसटीएफ की साइबर टीम ने हरियाणा के यमुनानगर से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता ने कुछ दिन पहले शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे फेडेक्स कुरियर से एक कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए कहा कि उसके नाम से एक पार्सल ताइवान भेजा गया है, जिसमें अवैध दस्तावेज, नकदी और ड्रग्स मिले हैं। आरोपी ने पीड़िता को डरा-धमकाकर कहा कि वह ड्रग्स और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंस गई है और उसे मुंबई आकर केस में सहयोग करना होगा।
आरोपी ने पीड़िता को एक एप डाउनलोड करने और वीडियो कॉल पर आने के लिए कहा। वीडियो कॉल के दौरान आरोपी ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए पीड़िता को डिजिटल हाउस अरेस्ट कर लिया और उससे पैसा ट्रांसफर करने के लिए कहा। आरोपी ने पीड़िता को बताया कि पैसा वेरिफिकेशन के लिए है और जांच पूरी होने के बाद उसे वापस कर दिया जाएगा।
एसटीएफ की साइबर टीम ने तकनीकी जांच के आधार पर आरोपी मनी कुमार को यमुनानगर से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के पास से कुछ डिजिटल उपकरण भी बरामद किए हैं।
यह मामला क्यों है महत्वपूर्ण:
* यह मामला साइबर अपराधों के बढ़ते खतरे को उजागर करता है।
* यह मामला लोगों को साइबर ठगी से सावधान रहने के लिए जागरूक करता है।
* यह मामला पुलिस की त्वरित कार्रवाई का एक उदाहरण है।
लोगों को साइबर ठगी से बचने के लिए क्या करना चाहिए:
* किसी भी अज्ञात नंबर से आने वाले कॉल पर विश्वास न करें।
* अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा न करें।
* किसी भी लिंक या एप को बिना सोचे-समझे डाउनलोड न करें।
* अगर आपको किसी तरह की धोखाधड़ी का शिकार बनाया जा रहा है तो तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं।