रामनगर। रामनगर टैक्स बार एसोसिएशन की एक महत्वपूर्ण बैठक राज्य कर कार्यालय, छोई में आयोजित की गई, जिसमें जीएसटी से जुड़ी विभिन्न समस्याओं, अभिभावकों की परेशानियों और व्यापारियों को हो रहे नुकसान पर व्यापक चर्चा की गई। बैठक में राज्य कर से जुड़े अधिकारियों को रामनगर के निजी स्कूलों की मनमानी के बारे में अवगत कराया गया। बताया गया कि कुछ स्कूल अपने परिसर से ही कॉपी-किताबें बेच रहे हैं, जो कि नियमों के खिलाफ है।

एसोसिएशन ने बताया कि रामनगर के लगभग सभी निजी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या 500 से अधिक है, लेकिन कुछ विद्यालयों ने स्टेशनरी, किताबें और यूनिफॉर्म बेचने का ठेका केवल एक ही दुकानदार को दे दिया है, जो कि जीएसटी में पंजीकृत नहीं है। इससे अन्य पंजीकृत दुकानदारों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। साथ ही यह भी सामने आया कि कई दुकानदार अभिभावकों को बिल नहीं देते और एकाधिकार के चलते मनमाने दाम वसूलते हैं। एसोसिएशन ने जीएसटी अधिकारियों से मांग की कि शहर के प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन से जानकारी लेकर इस पूरे मामले की जांच की जाए।
बैठक में एक अन्य अहम मुद्दा कॉर्बेट प्रशासन से संबंधित रहा। सदस्यों ने बताया कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के नाम पर सीतावनी और फाटो जैसे जोनों को घुमाया जा रहा है, जबकि ये क्षेत्र पार्क के बाहर स्थित हैं और वहां से मिलने वाली आय पर कोई जीएसटी नहीं चुकाया जा रहा है। वहीं, जब पर्यटकों को भ्रमित कर इन जोनों में घुमाया जाता है और शिकायत होती है, तो कॉर्बेट अधिकारी केवल जिप्सी मालिकों पर कार्यवाही करते हैं लेकिन जीएसटी की जिम्मेदारी से बचते हैं।
इस मुद्दे पर भी टैक्स बार ने कॉर्बेट प्रशासन से बात करने की मांग की है।
राज्य कर कार्यालय के सहायक आयुक्त अनिल सिन्हा और राज्य कर अधिकारी अजय प्रकाश ने टैक्स बार को विश्वास दिलाया कि दोनों मामलों में उचित कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में अध्यक्ष पूरन चंद्र पांडे, कार्यकारी अध्यक्ष बालम राणा, सचिव गौरव गोला, उपाध्यक्ष फिरोज अंसारी, उपसचिव मनु अग्रवाल, सीए शिवम् सिंघल समेत कई सदस्य मौजूद रहे।
