हरिद्वार- महाविद्यालय में शिवांकर चौधरी ने अपने जन्मदिवस के अवसर पर पूर्व छात्र सागर गिरी की प्रेरणा से प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा और आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. संजय कुमार माहेश्वरी के मार्गदर्शन में महाविद्यालय में 100 पौधों का रोपण किया।
इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण को स्वच्छ बनाने के लिए सामूहिक प्रयासों में अपना योगदान देने का भी संकल्प लिया गया। कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने शिवांकर चौधरी को जन्मदिवस की बधाई देते हुए कहा कि वन हमारी राष्ट्रीय धरोहर हैं। वनों के विनाश से इको सिस्टम असंतुलित हो गया है। वन क्षेत्रों के संरक्षण और विकास को लेकर सरकार लगातार प्रयासरत है, परंतु वनों का संरक्षण सरकार के साथ-साथ प्रत्येक नागरिक का पुनीत कर्त्तव्य है। उन्होंने विद्यार्थियों से पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका का बढ़-चढ़कर निर्वहन करने का आह्वान किया। प्रभारी आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ डॉ. संजय कुमार माहेश्वरी ने कहा कि वन हमें पर्यावरण से जोड़ता है। पर्यावरण का संरक्षण उत्तराखंड की संस्कृति है। पौधारोपण से ही जल संरक्षण एवं संवर्धन किया जा सकता है। पर्यावरण प्रकोष्ठ के समंवयक डॉ. विजय शर्मा ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयासों के साथ-साथ इस प्रकार के व्यक्तिगत प्रयासों की भी आवश्यकता है। डॉ. शर्मा ने कहा कि जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग समेत विभिन्न पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान पौधारोपण ही है। इस अवसर पर डॉ. जगदीश चंद्र आर्य, विनय थपलियाल, डॉ. शिवकुमार चौहान, डॉ. मनोज सोही, डॉ. विजय शर्मा, पूर्व छात्र सागर गिरी, जोनी कश्यप, उर्वशी, अंशिका, मुस्कान, आकाश, रवि, पवन, बलबीर, किरण, रिया वालिया, मोहनी, अक्षिता आदि ने पौधे लगाकर उन्हें सिंचित किया।