अपना कॉर्नर

वसीयत उनकी

नहीं हैं मानते जीते जी नसीहत उनकी,

कभी न पूछते कैसी है तबीयत उनकी,

बूढ़े मां-बाप जब दुनिया से चले जाते हैं,

खोजते हैं कहां रक्खी है वसीयत उनकी।

यह भी पढ़ें 👉  काम की बात: पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों के घर बैठे बना सकेंगे आधार कार्ड

देवेश द्विवेदी ‘देवेश’

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

CWN उत्तराखंड समेत देश और दुनिया भर के नवीनतम समाचारों का डिजिटल माध्यम है। अपने विचार या समाचार प्रसारित करने के लिए हमसे संपर्क करें। धन्यवाद

[email protected]

संपर्क करें –

ईमेल: [email protected]

Select Language

© 2023, CWN (City Web News)
Get latest Uttarakhand News updates
Website Developed & Maintained by Naresh Singh Rana
(⌐■_■) Call/WhatsApp 7456891860

To Top
English हिन्दी