खटीमा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद सैनिकों और उनके परिवारों के सम्मान में उत्तराखंड सरकार की ओर से कई अहम घोषणाएं की हैं। खटीमा में आयोजित सैनिक सम्मान समारोह में सीएम धामी ने ऐलान किया कि अब परमवीर चक्र विजेताओं को मिलने वाली अनुग्रह राशि 50 लाख रुपये से बढ़ाकर डेढ़ करोड़ रुपये कर दी जाएगी। यह ऐलान उन्होंने बुधवार को अपने पिता स्वर्गीय शेर सिंह धामी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान किया।
कार्यक्रम खटीमा के तराई बीज विकास निगम के मैदान में हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक, वीर नारियां और सैनिक परिवार शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि 2012 में कांग्रेस सरकार के दौरान उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से सैनिकों के लिए 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की मांग की थी, जिसे स्वीकृति दी गई। इसके बाद, जब एक दिन में राज्य के पांच जवानों की शहादत हुई, तो उन्होंने सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी के साथ मिलकर शहीदों की अनुग्रह राशि को 50 लाख रुपये तक बढ़ाया।
अब सरकार ने इसे और बढ़ाकर डेढ़ करोड़ रुपये करने का निर्णय लिया है, जो शहीद सैनिकों के सम्मान और उनके परिवारों की आर्थिक मदद को और मजबूत करेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक प्रदेश में शहीद आश्रितों को 31 सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं। इसके साथ ही, शहीदों के परिजनों को नौकरी के लिए आवेदन की समयसीमा दो से बढ़ाकर पांच वर्ष कर दी गई है।
ड्रोन दीदी योजना का विस्तार भी इस अवसर पर चर्चा में रहा। मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्र की इस योजना का राज्य में विस्तार किया जाएगा और वीर नारियों को इससे जोड़कर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने एक और अहम घोषणा करते हुए कहा कि अब सैनिक परिवार की 60 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को बदरीनाथ धाम के नि:शुल्क दर्शन कराए जाएंगे। अभी तक यह सुविधा केवल सेवानिवृत्त सैनिकों को मिलती थी।
उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में 36 सैनिक विश्राम गृहों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। टनकपुर में सैनिक विश्राम गृह और खटीमा में सीएसडी कैंटीन का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
मुख्यमंत्री की इन घोषणाओं से राज्य में सैनिकों और उनके परिवारों के सम्मान और कल्याण को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
