नई दिल्ली
क्वारब की पहाड़ियों और कैंची धाम के जाम पर फूटा कांग्रेस का गुस्सा, अल्मोड़ा कलेक्ट्रेट का दरवाजा तोड़ किया प्रदर्शन
अल्मोड़ा। क्वारब की खतरनाक पहाड़ियों और कैंची धाम में लगने वाले लगातार जाम से आक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को ज़िला मुख्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट की ओर कूच करते हुए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ जमकर नारेबाजी की, बल्कि कलेक्ट्रेट का गेट तोड़कर अंदर घुसकर धरना प्रदर्शन भी किया।
प्रदर्शन में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज, विधायक मनोज तिवारी और मदन सिंह बिष्ट सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल रहे। लगभग 11:30 बजे दो सौ से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट की ओर बढ़े। पुलिस ने सीओ जीडी जोशी की अगुवाई में मुख्य गेट पर बैरियर लगाकर सुरक्षा व्यवस्था की थी, लेकिन प्रदर्शनकारियों के जोश के सामने यह व्यवस्था टिक नहीं सकी।
प्रदर्शनकारियों ने पहले बैरियर हटाए, फिर मुख्य दरवाजे को तोड़ते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में घुस गए। वहां नेताओं और कार्यकर्ताओं ने धरना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में कांग्रेस विधायक अंदर से खिड़की और दरवाजे खोलते नजर आए, जिससे बाहर खड़े अन्य कार्यकर्ता भी भीतर प्रवेश कर गए। करीब 45 मिनट तक जमकर नारेबाजी और भाषणबाजी हुई।
प्रदर्शन का मुख्य मुद्दा कैंची धाम में लगने वाला जाम और क्वारब की पहाड़ियों से जुड़े सुरक्षा खतरे थे, जिनके समाधान को लेकर कांग्रेस लगातार सरकार से मांग कर रही है। अंततः डीएम आलोक कुमार पांडे मौके पर पहुंचे और कांग्रेस नेताओं से ज्ञापन प्राप्त किया। ज्ञापन सौंपने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन समाप्त किया।
प्रमुख नेता जो रहे उपस्थित:
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, ललित फर्स्वाण, सुमित्तर भुल्लर, हरीश ऐठानी, प्रकाश चंद्र जोशी, भगवत डसीला, राजेंद्र टंगड़िया, अमरजीत सिंह भाकुनी, कुलदीप कुमार, राधा बिष्ट, प्रीति बिष्ट और गीता मेहरा सहित कई नेता और कार्यकर्ता शामिल रहे।
