देहरादून
थराली आपदा: चेपड़ों बाजार में तीसरे दिन भी राहत-बचाव जारी, एसडीएम ऑफिस में मची अफरातफरी
चमोली। थराली के चेपड़ों बाजार और आसपास के इलाकों में सोमवार को तीसरे दिन भी राहत और बचाव कार्य जारी रहा। एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमें लापता बुजुर्ग को खोजने के प्रयास में लगी हैं। शुक्रवार रात गदेरे के उफान ने पूरे क्षेत्र में भारी तबाही मचाई थी।
सोमवार को एसडीएम ऑफिस के पीछे अचानक भारी मलबा आ गया, जिससे अफरातफरी मच गई। स्थिति गंभीर होती देख अधिकारी और कर्मचारी तुरंत बाहर निकल आए।
कोटडीप और राड़ीबगड़ में आशियाने तबाह
गदेरे के सैलाब ने थराली के कोटडीप और राड़ीबगड़ क्षेत्रों में लोगों के घर और रोज़गार के साधनों को तहस-नहस कर दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि वर्षों की मेहनत से बनाए आशियाने और गुजर-बसर की सामग्री एक पल में मलबे में बदल गई, जिससे कई परिवार अब बेघर हैं।
कुलसारी शिविर में ठहरे प्रभावित परिवार
आपदा प्रभावित परिवारों को राजकीय पॉलिटेक्निक कुलसारी परिसर में बनाए गए राहत शिविर में रखा गया है। यहां वर्तमान में 29 लोग ठहरे हुए हैं। शिविर में भोजन, चिकित्सा, पेयजल और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
प्रभावितों ने जताई संतुष्टि
शिविर में रह रहे दलीप राम, आरती और सावित्री देवी ने बताया कि प्रशासन ने समय पर राहत प्रदान की है। वे अपने परिवार के साथ सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
भय और अनिश्चितता का माहौल
इस आपदा ने पूरे क्षेत्र में भय और अनिश्चितता का माहौल बना दिया है। लोग घर-बार और संपत्ति खोने के गम में हैं। वहीं, प्रशासन और बचाव दल लगातार राहत व रेस्क्यू अभियान चला रहे हैं। प्रभावितों को उम्मीद है कि जल्द सामान्य स्थिति बहाल होगी और पुनर्वास की ठोस व्यवस्था की जाएगी।
