हरिद्वार : उत्तरी खंड गंगनहर के वार्षिक मरम्मत कार्य के चलते आज मध्यरात्रि से बंद कर दिया गया है। यह नहर 31 अक्टूबर की मध्यरात्रि को फिर से चालू होगी। हालांकि, इस बार हरकी पैड़ी पर श्रद्धालुओं के लिए गंगा स्नान का सिलसिला बिना किसी रुकावट के जारी रहेगा।
उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता विकास कुमार त्यागी ने बताया कि गंगनहर बंद होने के पहले दिन हरकी पैड़ी पर पानी की उपलब्धता कम हो सकती है। लेकिन विभाग ने इस स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। गंगनहर में पानी के स्तर में कमी आने पर बांध बनाकर अविरल गंगा से हरकी पैड़ी पर पर्याप्त मात्रा में पानी पहुंचाया जाएगा।
त्यागी ने कहा कि विभाग का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हरकी पैड़ी पर आने वाले श्रद्धालुओं को गंगा स्नान के लिए किसी भी तरह की असुविधा न हो। उन्होंने आश्वस्त किया कि हरकी पैड़ी पर गंगा जल की आपूर्ति लगातार बनी रहेगी।
गंगनहर बंद होने के कारण:
गंगनहर को हर साल वार्षिक मरम्मत कार्य के लिए बंद किया जाता है। इस दौरान नहर की सफाई, मरम्मत और रखरखाव का कार्य किया जाता है। इससे नहर की क्षमता में वृद्धि होती है और यह सुनिश्चित होता है कि नहर साल भर सुचारू रूप से संचालित हो सके।
हरकी पैड़ी का महत्व:
हरकी पैड़ी गंगा नदी के किनारे स्थित एक प्रमुख तीर्थस्थल है। यहां देश और दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान करने आते हैं। हरकी पैड़ी को हिंदुओं का कशी विश्वनाथ भी कहा जाता है।
गंगनहर बंद, हरकी पैड़ी पर गंगा स्नान का सिलसिला जारी रहेगा
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