बेजुबान पशु और जानवरों के लिए बने अमृत सरोवर अभियान के तहत हल्द्वानी गौलापर के ग्राम पंचायत सीतापुर में अमृत सरोवर को गेट लगाकर उसमें ताला लगा दिया गया है और इस कृतिम तालाब में एक बूंद पानी तक नहीं डाला गया है जबकि उसके साथ हैंडपंप भी लगा है।
विदित हो की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है जिसके तहत संपूर्ण उत्तराखंड में अमृत सरोवर अभियान चलाया गया जिसमें जंगलों और आबादी क्षेत्र में रहने वाले बेजुबान पशुओं और जानवर बिना पानी के ना रह जाएं।
अमृत सरोवर की स्थापना का जिम्मा वन विभाग और जिम्मेदार जनप्रतिनिधियो को सौपा गया जिसमें समुचित जग में बेजुबान जानवरों के लिए छोटे-बड़े तालाब बनाए गए ताकि वह पूरे वर्ष भर आराम से पानी पी सके।
इसी क्रम में हल्द्वानी गौलापार के ग्राम पंचायत सीतापुर में पिछले 15 अगस्त 2022 को एक ऐसे ही अमृत सरोवर की स्थापना की गई जिसका बजट 171604 रुपए लागत आई और इसे जानवरों के लिए समर्पित किया गया परंतु 1 वर्ष होते ही उस अमृत सरोवर में एक गेट लगा दिया गया जिसे तार और तालों द्वारा बंद कर दिया गया है जैसा फ़ोटो में साफ़ दिखाई दे रहा है, साथ ही सरोवर में पानी की कोई व्यवस्था नहीं है।
यदि इसी प्रकार अन्य सरोवरों के गेट में ताले लगने लगे और पानी की व्यवस्था न हो तो एक अभूतपूर्व योजना जो बेजुबानों के लिए चलाई गई है यह धराशाई हो जाएगी। ऐसे उदाहरणों से माननीय प्रधानमंत्री जी का सपना जमीन पर सच होता हुआ प्रतीत नहीं हो रहा है, साथ ही सरकारी पैसे का दुरुपयोग साफ नजर आ रहा है।