नई दिल्ली

पति का श्राद्ध करने जा रही महिला की सड़क हादसे में बहू-बेटे और पोते समेत मौत, 4 लोगों की मौत से परिवार में कोहराम

औरैया। एक्सप्रेस वे पर हुए हादसे में बड़ी बहू, बेटे और पोते संग जान गंवाने वाली मीता पति की श्राद्ध मनाने यहां आ रहीं थीं। उनके पति शिवकुमार पैराशूट फैक्ट्री में काम करते थे। 2011 में उनका निधन हो गया था। इंदिरा नगर निवासी पड़ोसी पूनम शुक्ला ने बताया कि रविवार को पैतृक गांव बीघापुर में उनका श्राद्ध कार्यक्रम था। इसीलिए वे गाजियाबाद से बेटे, बहू को लेकर यहां आ रहीं थीं। रविवार को पूरे परिवार को बीघापुर जाना था।
रीना और पीयूष की दो साल की बेटी ओमीषा पूरा दिन पापा-पापा करती रही। परिवार के एक सदस्य को चश्मा पहने देख पापा समझ बैठी और दौड़कर उनके गले लगने की कोशिश की। हालांकि बाद में लौट आई मां के पास जाकर पापा-पापा कर रोने लगी। नानी शीला ने ओमीषा को मोबाइल में पापा की फोटो दिखाई तो वह शांत हुई। पीयूष की मौसी पूजा ने बताया कि बच्ची जब भी पापा को याद करती तो रीना उसकी वीडियो कॉल पर बात करा देती थी। अभी एक महीने पहले ही पीयूष देहरादून गया था।
आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे हुए हादसे में जान गंवाने वाले आरव के पिता अंकित ये कहकर फफक पड़े कि बेटे ने आखिरी बार करीब साढ़े दस बजे फोन कर कहा कि पापा मैं जा रहा हूं। अमूमन वो फोन पर कम ही बात करता था, लेकिन उस दिन उसने फोन पर मुझसे काफी देर तक बात की। मुझे क्या पता था कि ये उसकी और मेरी आखिरी बात थी। जैसे-जैसे वह बड़ा हो रहा था तो मुझे पिता से ज्यादा दोस्त समझ रहा था। हमेेशा पापा यार कहकर बात करता था। अंकित का कहना है कि हमने परिवार के चार सदस्यों को खोया है, जिसकी क्षतिपूर्ति नहीं हो सकती है। उनकी मांग है कि हाईवे पर इस तरह की दुर्घटनाएं रोकने के लिए सख्ती हो। उन्होंने कहा कि सरकार से उम्मीद है कि आर्थिक सहायता मिले।
हादसे में मां, भाई, पत्नी और बेटा गंवाने वाले अंकित बताते हैं शनिवार सुबह छह बजे वह मां, पत्नी और बेटे को नोएडा में रहने वाले भाई पीयूष के घर छोड़ आए थे। इसके बाद वह क्रिकेट खेलने चले गए। दोपहर 1 बजे करीब देहरादून से बहू रीना ने फोन कर जानकारी दी कि भैया किसी अनजान नंबर से फोन आया है और वह व्यक्ति बता रहा है कि कार सवार चारों लोगों की मौत हो चुकी है। जल्दी घटनास्थल आ जाएं। यह सुनते ही अंकित के पैरों तले जमीन खिसक गई। रीना ने नंबर का स्क्रीनशॉट भेजा। अंकित ने जानकारी की तो पुलिस ने घटना दोहराई। इसके बाद वह कुछ दोस्तों के साथ घटनास्थल को रवाना हुए। कानपुर से छोटा भाई सचिन भी कुछ रिश्तेदारों को लेकर इटावा पहुंच गया।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

CWN उत्तराखंड समेत देश और दुनिया भर के नवीनतम समाचारों का डिजिटल माध्यम है। अपने विचार या समाचार प्रसारित करने के लिए हमसे संपर्क करें। धन्यवाद

[email protected]

संपर्क करें –

ईमेल: [email protected]

Select Language

© 2023, CWN (City Web News)
Get latest Uttarakhand News updates
Website Developed & Maintained by Naresh Singh Rana
(⌐■_■) Call/WhatsApp 7456891860

To Top
English हिन्दी