हरिद्वार- वेतन आहरण की मांग को लेकर गुरूकुल और ऋषिकुल आयुर्वेद कर्मचारियों को कार्यबहिष्कार जारी रहा। कर्मचारियों ने सोमवार को तीन घंटे का कार्य बहिष्कार किया है। कर्मचारियों ने विवि प्रशासन को जल्द मांग पूरी न होने पर संपूर्ण कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है। आयुर्वेद चिकित्सालय परिसर में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए संघ के अध्यक्ष खीमानंद भट्ट ने कहा कि विश्वविद्यालय बनने के बाद से अब तक प्रशासन ने केवल चतुर्थ श्रेणी कार्मिकों की पदोन्नति को ही रोका गया है। जबकि कार्मिक कई वर्षों से एक पद पर कार्यरत रहते हुए ही सेवानिवृत्त हो रहे हैं। शासन के पदोन्नति शासनादेश निरंतर अवहेलना विश्ववविद्यालय प्रशासन की ओर की जा रही है। इसके साथ ही कार्मिकों की अन्य न्यायोचित मांगों पर शीघ्र विचार करना होगा। अनिल नेगी ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी पदोन्नति जो बार-बार तिथि घोषित करने के बाद भी नहीं हो पा रही है, यह विश्वविद्यालय प्रशासन की घोर हठधर्मिता है। जबकि प्रशासन को ज्ञात हो कि चतुर्थ श्रेणी के कुछ कर्मचारियों की 6 माह से 2-3 वर्षों के अंतराल पर सेवानिवृत्ति सुनिश्चित है। जिससे कार्मिकों में रोष व्याप्त है। मोहित मनोचा ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन कार्मिकों के सब्र का इम्तिहान ले रहा है। जिसे कार्मिकों की ओर से कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आंदोलन संध्या रतूड़ी, विनोद कुमार, प्रबल सिंह, सुमंत पाल, चंद्रकला जमलोंकी, आनंदी शर्मा, सुनीता चंद तिवारी, समीर पांडेय, मोनिका वर्मा, सुरेंद्र सिंह, बुगली देवी, डोली, अनिल नेगी, ममता, बाला देवी, दीपक कुमार, कमल कुमार, बृजेश देवी, प्रमोद कुमार, ज्योति सिंह नेगी, राकेश कुमार, मोनिका, अजय, सुधीर सिंह गोरखा, बुगली देवी, ज्ञान प्रकाश सिंह, विनोद कुमार, मनोज पोखरियाल, चंद्रपाल सिंह आदि कर्मचारी उपस्थित रहे।
वेतन आहरण की मांग को लेकर आयुर्वेद कर्मियों का जारी रहा तीन घंटे का कार्य बहिष्कार
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