नई दिल्ली
ऋषिकेश एम्स में कोरोना के तीन मामले, तीर्थ यात्री संदिग्ध; प्रशासन ने बढ़ाई सतर्कता
ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में कोरोना संक्रमण के तीन नए मामले सामने आए हैं। इनमें से एक मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि एक संक्रमित एम्स की चिकित्सक हैं जिन्हें अस्पताल परिसर में ही आइसोलेट किया गया है। इसके अलावा, गुजरात से बदरीनाथ की यात्रा पर आया एक तीर्थ यात्री कोरोना संदिग्ध पाया गया है, जिसकी जांच एम्स में की जा रही है।
एम्स निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने जानकारी दी कि कोरोना का यह वेरिएंट अधिक गंभीर नहीं है, लेकिन फिर भी लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है, खासकर वे लोग जो पहले से हृदय रोग, मधुमेह या उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग किसी भी लक्षण जैसे बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत जांच कराएं और डॉक्टर की देखरेख में रहें।
संस्थान प्रशासन ने एहतियातन कदम उठाते हुए अस्पताल परिसर में कोरोना से संबंधित सुरक्षा उपाय फिर से लागू कर दिए हैं। संक्रमित चिकित्सक को अलग वार्ड में आइसोलेट किया गया है, और अस्पताल कर्मचारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, अस्पताल में मास्क और सैनिटाइजर के उपयोग को अनिवार्य कर दिया गया है।
प्रो. मीनू सिंह ने यह भी बताया कि एम्स के पास कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल पूरी तरह तैयार है। लोगों से अपील की गई है कि वे घबराएं नहीं, लेकिन लापरवाही भी न बरतें।
