उत्तराखण्ड
उत्तराखंड शासन में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, नैनीताल डीएम बने रयाल, कई आईएएस-आईएफएस अधिकारियों के विभाग बदले
देहरादून। उत्तराखंड शासन ने शनिवार को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए कई भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय वन सेवा (आईएफएस) और राज्य सिविल सेवा (पीसीएस) अधिकारियों के विभागों में बदलाव किए हैं। शासन द्वारा जारी आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। इस फेरबदल का उद्देश्य प्रशासनिक दक्षता बढ़ाना और सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करना बताया जा रहा है।
जिन वरिष्ठ अधिकारियों के विभागों में परिवर्तन किया गया है, उनमें आईएएस अधिकारी दिलीप जावलकर, डॉ. वी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम, चन्देश कुमार यादव, रणवीर सिंह चौहान, धीराज सिंह गर्ज्याल, श्रीमती सोनिका, ललित मोहन रयाल तथा आईएफएस अधिकारी डॉ. मधुकर धकाते शामिल हैं।
फेरबदल के तहत दिलीप जावलकर (आईएएस-2003) को सचिव, ग्राम्य विकास एवं ग्रामीण निर्माण विभाग का कार्यभार सौंपा गया है। वे इससे पूर्व वित्त, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
डॉ. वी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम (आईएएस-2004) को निदेशक, मत्स्य विभाग बनाया गया है। पूर्व में वे सचिव, पशुपालन, मत्स्य एवं दुग्ध विकास विभाग के पद पर कार्यरत थे।
चन्देश कुमार यादव (आईएएस-2006) को सचिव, पंचायती राज विभाग का नया दायित्व मिला है।
रणवीर सिंह चौहान (आईएएस-2009) को महानिदेशक, कृषि एवं उद्यान विभाग के पद पर नियुक्त किया गया है।
वहीं धीराज सिंह गर्ज्याल (आईएएस-2008) को सचिव, पर्यटन एवं धर्मस्व विभाग का प्रभार दिया गया है। वे पूर्व में पर्यटन विकास परिषद के सीईओ थे।
इसके अतिरिक्त, डॉ. मधुकर धकाते (आईएफएस) को विशेष सचिव, पंचायती राज विभाग नियुक्त किया गया है। पहले वे मुख्यमंत्री कार्यालय से संबद्ध थे।
श्रीमती सोनिका (आईएएस-2010) को उपाध्यक्ष, रुड़की-हरिद्वार विकास प्राधिकरण की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
वहीं ललित मोहन रयाल (आईएएस-2011) को जिलाधिकारी नैनीताल के साथ-साथ जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण, नैनीताल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। शासन के अनुसार, यह फेरबदल प्रशासनिक कार्यकुशलता बढ़ाने और राज्य के विकास कार्यों को गति देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
