नैनीताल
मुक्तेश्वर से लौट रहे पर्यटकों की कार 100 मीटर खाई में गिरी, मामा-भांजी समेत दो की मौत
नैनीताल के रामगढ़ में देर रात भयानक हादसा। मुक्तेश्वर से गाजियाबाद लौट रहे पर्यटकों की कार 100 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। 12 वर्षीय बच्ची (लक्शी) और उसके मामा (सचिन) की मौत, 6 लोग घायल।
नैनीताल। जिले के रामगढ़ में मंगलवार देर रात एक भयानक सड़क हादसा हुआ। मुक्तेश्वर से गाजियाबाद लौट रहे पर्यटकों की एक एसयूवी कार अनियंत्रित होकर सड़क से करीब 100 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। इस दर्दनाक हादसे में 12 वर्षीय बच्ची (लक्शी) और उसके मामा (सचिन) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार बच्चों समेत छह लोग घायल हो गए। कार में गाजियाबाद के एक ही परिवार के कुल आठ सदस्य सवार थे, जो कैंची धाम के दर्शन के बाद वापस लौट रहे थे।
रात 11:46 पर मिली हादसे की सूचना
रामगढ़-गागर मार्ग पर हुए इस हादसे की सूचना रात करीब 11 बजकर 46 मिनट पर 112 के माध्यम से पुलिस को मिली। रामगढ़ चौकी प्रभारी गुलाब सिंह कम्बोज तुरंत मौके पर पहुँचे। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से मुश्किल रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी घायलों को खाई से बाहर निकाला और सीएचसी रामगढ़ पहुंचाया। डॉक्टरों ने गाजियाबाद निवासी 32 वर्षीय सचिन चौधरी और उनकी 12 वर्षीय भांजी लक्शी को मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार, कार सचिन ही चला रहे थे।
छह घायल हल्द्वानी रेफर
हादसे में मृतक सचिन के भाई नितिन चौधरी, उनकी बहन रुचि और नितिन की पत्नी कंचन घायल हुई हैं। इनके अलावा, चार मासूम बच्चे भी घायल हुए हैं, जिनमें नितिन की 8 वर्षीय बेटी शमा, मृतक लक्शी का 11 वर्षीय भाई लवे और 14 वर्षीय बहन निष्ठा शामिल हैं। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद हल्द्वानी स्थित डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) रेफर किया गया, जहाँ से परिजन उन्हें इलाज के लिए गाजियाबाद ले गए।
फोटो-वीडियो ही रहे आखिरी निशानी
घायल निष्ठा ने अस्पताल में बताया कि वे सभी नीब करौरी बाबा के धाम आए थे और खुशी-खुशी मुक्तेश्वर घूमने गए थे। उसने बताया कि कार अचानक सड़क से नीचे चली गई और सभी बचाओ-बचाओ चिल्लाने लगे। परिवार के सदस्यों ने अपनी यात्रा के हर पल को मोबाइल में फोटो-वीडियो के जरिए कैद किया था। परिजनों का कहना है कि अब सचिन और लक्शी की आखिरी निशानी उन्हीं तस्वीरों और वीडियो में सिमटकर रह गई है। पुलिस हादसे के कारणों की जांच कर रही है, आशंका है कि चालक को झपकी आ गई होगी या रात के अंधेरे में कार अनियंत्रित हुई होगी।
