सेना के जवानों के प्रयास भी हुए निष्फल, नहीं बचाई जा सकी मोती की जान
रामनगर। पिछले दो माह से मोती का उपचार चल रहा था। मोती कई दिनों से जिंदगी और मौत की जंग लड़ते हुए आखिरकार जिंदगी की जंग हार गया। उसे बचाने की भी सारी कोशिशें धराशाही हो गयी। सेना के जवानों के प्रयास भी निष्फल हो गए।
शनिवार को मोती ने दम तोड़ दिया। बता दें कि ग्राम सावल्दे में नर हाथी मोती के आगे के सीधे पैर में इंफेक्शन हो गया था जिस कारण है खड़ा नहीं हो पा रहा था तथा अपना सारा वजन दूसरे पैर पर ही दे रहा था जिस कारण उसके अगले दोनों पैरों में काफी इंफेक्शन हो गया था। वन्य जीव प्रेमी इमरान खान द्वारा इसका काफी उपचार भी कराया गया तथा उनकी पहल पर पिछले दिनों सेना की टीम ने भी यहां पहुंच कर इस हाथी को खड़ा करने के लिए एक स्ट्रक्चर तैयार किया था तथा यह हाथी इस पर खड़ा भी हो गया था जिसके बाद सोचा था कि अब यह जल्दी ठीक हो जाएगा लेकिन शनिवार को मोती जिंदगी की जंग हार गया और उसने अपना दम तोड़ दिया वन्य जीव प्रेमी इमरान खान ने बताया कि विभागीय पशु चिकित्सकों व अधिकारियों की मौजूदगी में हाथी के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद शव को दफनाने की कार्रवाई की गई है।