मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में पुलिस ने एक बड़े हथियार तस्करी रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस रैकेट का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि एक पुलिस अधिकारी का बेटा निकला है। पुलिस ने रोहन नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है जिसके पास से 17 बंदूकें और 700 कारतूस बरामद हुए हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रोहन का यह गैंग अवैध रूप से हथियारों की सप्लाई करता था और उसने ए.के. 47 जैसी हाई-टेक हथियारों की भी सप्लाई की थी। ये हथियार अलग-अलग अपराधियों और गैंग्स को बेचे जाते थे, जिससे इलाके में अपराध की घटनाएं बढ़ रही थीं।
पुलिस की कार्रवाई
मेरठ पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर एक कार्रवाई की, जिसके बाद रोहन को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि रोहन अपने पिता की पहचान का फायदा उठाकर हथियारों का कारोबार कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी ने यह सवाल खड़ा किया है कि क्या स्थानीय पुलिस के अधिकारियों और उनके परिवारों का इस तरह के अवैध धंधों में शामिल होना आम बात हो गई है।
बड़ा सवाल
यह मामला एक बार फिर यह सवाल उठाता है कि क्या पुलिस के उच्च अधिकारियों और उनके परिवारों का इस तरह के अपराधों में शामिल होना सुरक्षा व्यवस्था और कानून-व्यवस्था के लिए एक बड़ा खतरा नहीं है। अगर एक पुलिस अधिकारी का बेटा ही हथियारों की तस्करी में शामिल है तो आम जनता की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है?
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने रोहन से पूछताछ शुरू कर दी है और यह जानने की कोशिश की जा रही है कि उसके संपर्क कौन लोग थे और उसका नेटवर्क कहां तक फैला हुआ था। अधिकारियों का कहना है कि यह गिरोह काफी समय से सक्रिय था और उनके पास से मिले हथियारों की संख्या यह साबित करती है कि इस रैकेट के जरिए बड़े पैमाने पर अवैध गतिविधियां हो रही थीं।