नंदप्रयाग: बदरीनाथ हाईवे पर भूस्खलन के कारण आवाजाही बाधित होने के कारण यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बीते बरसात के मौसम में हुए भूस्खलन से हाईवे के 400 मीटर हिस्से में मलबा जमा हो गया था, जिसके कारण आवाजाही एकतरफा हो रही थी। अब इस मलबे को हटाने के लिए हाईवे को पूरी तरह बंद करने का निर्णय लिया गया है।
18 दिसंबर से 7 जनवरी तक रहेगा बंद
जिला मजिस्ट्रेट संदीप तिवारी ने आदेश जारी करते हुए बताया कि 18 दिसंबर से 7 जनवरी तक नंदप्रयाग में हाईवे पूरी तरह बंद रहेगा। इस दौरान मलबे को हटाने का काम किया जाएगा।
वैकल्पिक मार्ग
हाईवे बंद होने के कारण यात्रियों को नंदप्रयाग-सैकोट-कोठियालसैंण सड़क का इस्तेमाल करना होगा। यह मार्ग लगभग 10 किलोमीटर लंबा है। श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग क्षेत्र से ज्योतिर्मठ की ओर जाने वाले वाहनों को नंदप्रयाग बगड़ से इसी मार्ग से गंतव्य के लिए भेजा जाएगा। वहीं, ज्योतिर्मठ व पीपलकोटी क्षेत्र से आने वाले वाहनों को चमोली बाजार से इसी रास्ते से जाएंगे।
ग्रामीणों को होगी परेशानी
हाईवे बंद होने से स्थानीय लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। पुरसाड़ी गांव के ग्रामीणों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए 16 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी। वहीं, बाजपुर और मैठाणा गांव के ग्रामीणों को भी अपने गंतव्य तक जाने के लिए अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी।
पर्यटकों को भी होगी परेशानी
शीतकाल के दौरान बदरीनाथ आने वाले पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को भी इस मार्ग से ही गुजरना होगा। यह मार्ग मुख्य मार्ग की तुलना में संकरा और खराब स्थिति में है, जिससे यात्रियों को परेशानी हो सकती है।
प्रशासन की तैयारियां
प्रशासन ने वैकल्पिक मार्ग को दुरुस्त करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। मार्ग पर सफाई का काम किया जा रहा है और खराब सड़कों की मरम्मत की जा रही है। साथ ही, यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है।
यात्रियों से अपील
प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करते समय सावधानी बरतें और यातायात नियमों का पालन करें। साथ ही, यात्रियों को अपने साथ पर्याप्त भोजन और पानी रखना चाहिए।
यह हाईवे बंद होने से क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं। स्थानीय व्यापारियों को भी नुकसान हो सकता है। प्रशासन ने इस स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है।