रुद्रप्रयाग। जिले के न्यालसू, रविग्राम और शेरसी सहित कई ग्रामसभाओं में गैर-हिंदुओं और रोहिंग्याओं के प्रवेश पर रोक लगाने वाले बोर्ड वायरल होते ही प्रशासन ने हटवा दिए हैं। इन दोनों ग्रामसभाओं के बाहर बोर्ड लगाया गया था, जिसमें लिखा था- गैर हिंदुओं/ रोहिंग्या मुसलमानों व फेरी वालों का गांव में व्यापार करना व फेरी लगाना वर्जित है। अगर गांव में कहीं भी मिलते हैं, तो दंडात्मक और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह बोर्ड वायरल होते ही प्रशासन हरकत में आया और इन बोर्डों को हटवा दिया गया। अब इनकी जगह पर दूसरे बोर्ड लगे हैं और उन पर लिखा है- बाहरी व्यक्तियों व फेरी वालों का गांव में व्यापार करना व घूमना वर्जित है। अगर गांव में कहीं भी मिलते हैं, तो दंडात्मक और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस बारे में गांव के अशोक सेमवाल का कहना है कि केदारघाटी सहित जनपद के कई गांवों में बाहरी और संदिग्ध लोग पहुंच रहे हैं, जो खराब मोबाइल की मरम्मत करने सहित कपड़े व वर्तन बेचने की बात करते हैं। इनसे बात करो, तो इनके पास पहचान से जुड़ा कोई दस्तावेज नहीं होता हैं। ऐसे में कभी भी किसी के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। गांव के सभी लोगों को यह कहा गया कि अगर उन्हें कोई संदिग्ध दिखता है, तो उसके बारे में 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दें। गांव के प्रवेश द्वार पर जो बोर्ड लगाया गया है वह किसी धर्म विशेष को लेकर नहीं बल्कि बिना सत्यापन वाले बाहरी लोगों व फेरी वालों के लिए है।
उत्तराखंड के इस जिले की ग्रामसभाओं में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक के लगे बोर्ड, प्रशासन ने हटवाए
By
Posted on