उत्तराखण्ड
कोरोना के बढ़ते मामलों पर केंद्र सतर्क, उत्तराखंड में सर्विलांस और जांच के निर्देश
देहरादून। देश के कई हिस्सों में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट जेएन.1 के मामले बढ़ने के बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में उत्तराखंड सरकार ने भी अपने स्तर पर कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। राज्य के सभी अस्पतालों को सतर्कता बढ़ाने, संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग और जांच सुनिश्चित करने को कहा गया है।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से कोविड सर्विलांस प्रणाली को मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत राज्य में आईडीएसपी (इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम) की टीम को सभी जिलों में निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। खासकर ऐसे स्थानों पर, जहां एक साथ कई लोग संक्रमित पाए जाते हैं, वहां फोकस्ड सर्विलांस किया जाएगा।
देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ एशियाई देशों में भी कोरोना के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है। मुंबई में हाल ही में दो लोगों की कोविड से मौत भी हो चुकी है, जिससे केंद्र सरकार की चिंता और सतर्कता बढ़ गई है। इस नए वैरिएंट की तेजी से फैलने की संभावना को देखते हुए सभी राज्यों को एहतियाती कदम उठाने को कहा गया है।
उत्तराखंड में सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को निर्देशित किया गया है कि अगर किसी मरीज में कोरोना जैसे लक्षण दिखाई दें तो उसकी स्क्रीनिंग और जांच तत्काल कराई जाए। इसके साथ ही संभावित क्लस्टर मामलों की निगरानी के लिए स्वास्थ्य विभाग सक्रिय रूप से कार्य करेगा।
राज्य सरकार ने आम जनता से भी अपील की है कि वह सतर्क रहें, भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनें और कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाएं। विशेषकर बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
सरकार की ओर से यह भी कहा गया है कि फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता और सजगता ही संक्रमण से बचाव का सबसे प्रभावी उपाय है। स्वास्थ्य विभाग हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने को पूरी तरह तैयार है।
