यात्री कर सकेंगे यात्रा के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन
ऋषिकेश। इस साल 20 फरवरी से चार धाम यात्रा पंजीकरण के लिए स्लॉट खोला जाएगा। 31 मार्च तक यात्रा प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी। आयुक्त गढ़वाल मंडल सुशील कुमार ने मंगलवार को यात्रा तैयारियों को लेकर बैठक की। उन्होंने कहा कि यात्रा के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
आयुक्त गढ़वाल ने नगर निगम सभागार में आयोजित बैठक में कहा कि 20 फरवरी को पंजीकरण को लेकर सारी व्यवस्थाएं सार्वजनिक कर दी जाएगी। देश के सभी राज्यों में व्यवस्था का व्यापक प्रचार-प्रसार होगा। ऑनलाइन पंजीकरण के अतिरिक्त श्रद्धालुओं को ऋषिकेश और हरिद्वार में ऑफलाइन फोटो मैट्रिक पंजीकरण की भी सुविधा उपलब्ध होगी। आयुक्त गढ़वाल मंडल सुशील कुमार ने कहा कि बदरी-केदार मंदिर समिति धामों पर पारदर्शी व्यवस्था बनाए। मई और जून के महीने में बड़ी संख्या में श्रद्धालु धामों पर पहुंचेंगे। इसलिए कोशिश की जाएगी धामों पर होने वाली कथा और प्रवचन आफ सीजन में आयोजित हो। उन्होंने कहा कि वीआईपी के कारण आम श्रद्धालु को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
संभागीय परिवहन अधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि सभी कंपनियों की करीब 1600 बसें उपलब्ध हैं। जिनकी सूची परिवहन विभाग को उपलब्ध करा दी गई है। 14 फरवरी को संयुक्त रोटेशन से जुड़ी कंपनियां बैठक करके किराया वृद्धि पर भी अंतिम निर्णय ले लेंगे। 40 प्रतिशत बस यात्रा में और 60 प्रतिशत बस लोकल रूट पर संचालित होंगी। चारधाम यात्रा से पूर्व परिवहन निगम प्रबंधन की ओर से प्रदेश के पर्वतीय मार्गों पर चलने वाली 394 बसों के लिए उत्तराखंड राज्य परिवहन प्राधिकरण से कांट्रेक्ट कैरिज परमिट यानी ठेका परमिट लिया जाएगा।