रामलीला भवन और परिसर को लेकर चल रहा था विवाद
हरिद्वार। नगर निगम में भीमगोड़ा स्थित रामलीला भवन को सील कर दिया है। आरोप है कि रामलीला भवन और परिसर का कुछ लोगों द्वारा व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा था। जिसके खिलाफ क्षेत्र निवासी सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार अग्रवाल ने परिवार सहित नगर निगम में धरना दिया था। इसके बाद ही नगर निगम प्रशासन ने रामलीला भवन को सील कर दिया।
रामलीला भवन नगर निगम के भूमि पर बना हुआ है, हालांकि लंबे समय से इसका संचालन कर रहे पूर्व पार्षद लखन लाल चौहान का दावा है कि नगर निगम कभी यह सिद्ध नहीं कर पाया है कि जमीन उसकी है। कुछ लोग रामलीला भवन को लेकर ओछी राजनीति कर रहे हैं।दूसरी ओर राजकुमार अग्रवाल का कहना है कि आरोप है कि रामलीला भवन धार्मिक संपत्ति है। जिसका का कुछ लोग व्यवसायिक उपयोग कर मोटी कमाई कर रहे थे। जिसके खिलाफ उन्होंने आवाज उठाई। इस प्रकरण को लेकर भीमगोडा नई बस्ती में राजनीति हावी हो गई है और लोग कई गुटों में विभाजित हो गए हैं। अप्रिय घटना की संभावना से इनकार भी नहीं किया जा सकता है।