नंदा गौरा योजना का लाभ लेने आवेदन में लगाए गए थे फर्जी आय प्रमाण पत्र
हरिद्वार। नंदा गौरा योजना में फर्जी आय प्रमाण पत्र से आवेदन करने वाले 193 अभ्यर्थियों के अभिभावकों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। सीडीओ की जांच में आवेदन पहले ही निरस्त हो चुके हैं। विभागीय मंत्री रेखा आर्य के निर्देश पर बाल विकास विभाग की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। फर्जी आय प्रमाण पत्र बनवाने में सीएससी केंद्रों की भूमिका संदिग्ध है, जिनकी जांच की जा रही है।
हरिद्वार जिले में वित्तीय वर्ष 2022-23 में नंदा गौरा योजना का लाभ लेने के लिए आय प्रमाण पत्रों से छेड़छाड़ कर फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया था। इसमें वित्तीय वर्ष 2022-23 में जन्म के आधार पर योजना का लाभ प्राप्त करने वाले कुल 1328 आवेदनों में से 70 एवं 12वीं पास के आधार पर लाभ लेने के लिए कुल 4174 आवेदनों में से 123 कुल 193 आवेदनों में आय प्रमाण पत्रों से छेड़छाड़ की गई। प्रमाण पत्रों में की गई छेड़छाड़ पर मुख्य विकास अधिकारी हरिद्वार इन आवेदनों को रद्द कर चुके हैं।योजना के तहत इतना मिलता है लाभ
प्रदेश सरकार की ओर से नंदा गौरा देवी कन्याधन योजना के तहत बालिकाओं के जन्म के समय 11 हजार रुपये माता-पिता को दिए जाते हैं। इसके बाद बालिका के इंटर पास करने पर 51 हजार रुपये दिए जाते हैं। यह सहायता राशि पात्र बालिकाओं के अभिभावकों को दी जाती है।