कोलकाता। वित्तीय अनियमितता के मामले में गिरफ्तार आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष समेत चार लोगों को मंगलवार को कोलकाता के अलीपुर कोर्ट स्थित सीबीआइ की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां न्यायाधीश ने सभी को आठ दिन की हिरासत में भेज दिया। अदालत जाने के लिए केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय से निकलने के दौरान घोष को देखकर लोगों ने चोर-चोर के नारे लगाए।सीबीआइ ने सोमवार को वित्तीय अनियमितता के मामले में घोष व उनके सुरक्षा गार्ड अफसर अली और दो विक्रेताओं बिप्लब सिंह व सुमन हाजरा को गिरफ्तार किया था।
घोष पर टेंडरों को लेकर पक्षपात करने, मेडिकल आर्गेनिक कचरे की अवैध बिक्री और रुपये लेकर मेडिकल छात्रों को पास कराने जैसे गंभीर आरोप हैं। कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर एजेंसी की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने डा. घोष के खिलाफ 24 अगस्त को एफआइआर दर्ज कर इस मामले की भी जांच शुरू की थी। अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक डा. अख्तर अली ने डा. घोष के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाए थे। बंगाल की मतता सरकार ने अस्पताल के भ्रष्टाचार मामले की जांच के लिए 16 अगस्त को एसआइटी का गठन किया था। इसके एक दिन बाद ही हाई कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी गई थी। हाई कोर्ट ने सीबीआइ को इस मामले में 17 सितंबर को जांच से संबंधित प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल समेत चार को आठ दिन की सीबीआइ हिरासत
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