देहरादून। अल्मोड़ा जिला कारागार में आजीवन कारावास की सजा काट रहे माफिया डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को जेल में महंत पद की दीक्षा दिए जाने के प्रकरण को शासन ने गंभीरता से लिया है। मामले में जांच बिठा दी गई है।
विशेष सचिव गृह रिद्धिम अग्रवाल ने अपर महानिरीक्षक कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवा विभाग यशवंत चौहान को जांच अधिकारी नामित किया है। उन्हें एक सप्ताह में जांच कर आख्या शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं, माफिया डॉन प्रकाश पांडेय उर्फ पीपी को जेल में ही श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा का संत और मठाधीश बनाए जाने के मामले में अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि ने मामले में जांच बैठा दी है।
तमाम संगीन आपराधिक मामलों में अल्मोड़ा जिला कारागार में सजा काट रहे माफिया डॉन पीपी को गुरुवार को जूना अखाड़े की ओर से जेल में ही दीक्षा दी गई थी। दीक्षा के बाद उसे प्रकाशानंद गिरि नाम दिया गया। साथ ही, पीपी को पांच मठ व आश्रमों का उत्तराधिकारी भी घोषित किया गया।
अल्मोड़ा में श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के थानापति राजेंद्र गिरि ने पत्रकारों से यह जानकारी साझा की थी। माफिया डॉन पीपी को जेल में दीक्षा देने के इस प्रकरण के सुर्खियां बनने के बाद इसे लेकर शासन भी चौकन्ना हो गया। इस सबको देखते हुए प्रकरण में जांच बिठाई गई है।
अल्मोड़ा जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे माफिया डॉन पीपी के संन्यास की दीक्षा कैसे ली, शासन ने बैठाई जांच
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