ग्रामीण के नाम पर थी आठ बीघा जमीन, युवक पक्ष ने निकाह करने से मना कर दिया
हरिद्वार। भगवानपुर के छापुर गांव में आठ बीघा जमीन के लालच में युवक और उसके स्वजन ने निकाह से इन्कार कर दिया। जिसे लेकर कई घंटों तक हंगामा होता रहा। इस दौरान दोनों पक्षों में धक्का मुक्की भी हुई। बाद में पुलिस ने मामला शांत कराया।
वहीं, युवती पक्ष भी अब शादी नहीं करने की जिद पर अड़ा है। बिरादरी के लोग मामले में सुलह के लिए लगे हैं। देर रात समझौते के तहत लड़का पक्ष ने लड़की पक्ष को दहेज में दिया सामान वापस कर दिया और बरात लेकर लौट गए।
भगवानपुर थाना क्षेत्र के छापुर गांव निवासी एक ग्रामीण ने अपने छोटे भाई की बेटी का पालन पोषण किया था। लड़की का रिश्ता उसने मंगलौर क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक से तय किया। इसी बीच ग्रामीण की मौत हो गई। ग्रामीण के नाम पर आठ बीघा जमीन थी। गुरुवार को मंगलौर क्षेत्र से युवक बरात लेकर छापुर गांव में आए। निकाह की रसीद लिखने के दौरान युवती पक्ष ने पालन पोषण करने वाले पिता की जगह असली पिता का नाम लिखवा दिया। जिसका युवक पक्ष ने विरोध किया।
युवक पक्ष का कहना था कि युवती का पालन पोषण करने वाले पिता का नाम लिखा जाना चाहिए। जिससे उसकी आठ बीघा जमीन उसकी बेटी के नाम आ सके। युवती पक्ष ने इसका विरोध किया। जिस पर युवक पक्ष ने निकाह करने से मना कर दिया। इसे लेकर जमकर हंगामा हुआ। भगवानपुर थाना पुलिस ने मामला शांत कराने का प्रयास किया। इसी बीच युवती पक्ष ने भी शादी से मना कर दिया। देर शाम तक विवाद जारी रहा।
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