बस में सवार थे 40 यात्री, शिमला से देहरादून आ रही थी रोडवेज बस
देहरादून। देहरादून में भारी बारिश के कारण रपटे के उफान पर आने से हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस में सवार करीब 40 यात्रियों की जान अटक गई। बस रपटे से नीचे उतरने लगी तो जान बचाने के लिए यात्री खिड़की के रास्ते छत पर चढ़ गए। कई यात्रियों ने छत से नीचे छलांग लगा दी। स्थानीय लोगों की मदद से यात्रियों की बचाया गया।
देहरादून और इससे सटे इलाकों में रविवार को भारी बारिश के कारण बरसाती नाले उफान पर आ गए। शाम करीब छह बजे हिमाचल रोडवेज की बस शिमला से देहरादून आ रही थी। इस बीच बस रामगढ़ में रपटे को पार करने लगी। बस नाले को लगभग पार कर चुकी थी, लेकिन दूसरे छोर के करीब जाते-जाते बस बहने लगी और बस का पिछला हिस्सा रपटे से नीचे उतर गया। यह देख यात्रियों में चीख पुकार मच गई। बस में करीब 40 यात्री सवार थे, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। यात्री जान बचाने के लिए खिड़की के रास्ते से बस की छत पर चढ़ गए। मदद के लिए स्थानीय लोग भी दौड़ पड़े। लोगों ने खिड़की के रास्ते बच्चों को पहले बाहर निकाला। पानी का जोर ज्यादा होने से लोगों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़कर यात्रियों को बस से बाहर निकाला। बस बहने के डर से घबराए कुछ यात्रियों छत पर चढ़ने के बाद आगे की तरफ आकर नीचे छलांग लगा दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने बस को बाहर निकालने के लिए ट्रैक्टर मंगाया। हालांकि इससे पहले यात्रियों को निकाला जा चुका था। पटेलनगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक सूर्यभूषण नेगी ने बताया कि जहां यह बस फंसी वह नया गांव चौकी क्षेत्र में आता है। पुलिस टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से लोगों को रेस्क्यू किया। घटना कोई हताहत नहीं हुआ। सभी यात्रियों को सुकुशल बचा लिया गया। गनीमत रही कि जहां बस फंसी वह जगह किनारे के नजदीक थी, ऐसे में आसपास के लोगों की मदद से यात्रियों को बचा लिया गया। स्थानीय लोगों ने मांग उठाई कि शिमला बाईपास पर पंजाब, हिमाचल, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर रूट के वाहनों का दबाव रहता है। ट्रक भी गुजरते हैं। ऐसे में रपटों में बरसात में अक्सर वाहन फंस जाते हैं।
रामगढ़ में रपटे को पार करने बहने लगी बस, बस में सवार यात्रियों ने खिड़की से कूदकर बचाई जान
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