कानपुर। पारिवारिक विवाद में कानपुर कमिश्नरेट में तैनात सिपाही ने शुक्रवार शाम कृष्णानगर मायके में मौजूद पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। पत्नी की हत्या के बाद सिपाही ने खुद को भी अवैध पिस्टल से गोली मारकर जान दे दी। पुलिस का कहना है कि पारिवारिक विवाद के चलते पूरी घटना हुई है।
पीजीआई के कल्ली पश्चिम निवासी सर्वेश रावत (35) 2011 बैच का सिपाही था और मौजूदा समय में कानपुर के बिठूर थाने में तैनात था। सर्वेश की शादी कृष्णानगर के आजादनगर हसनापुर निवासी चंद्रिका प्रसाद की बेटी मीरा (30) से वर्ष 2019 में हुई थी। मीरा के भाई दिनेश ने बताया कि बहन लखनऊ जीपीओ में बाबू थीं। दोनों के 11 माह की बेटी रितिका हैं।
मीरा रोज ससुराल से दफ्तर जाते वक्त बेटी को मां के पास छोड़कर ड्यूटी पर जाती थी। शुक्रवार की सुबह भी वह बेटी को मां को देकर गई। शाम को ऑटो से वापस आई और बेटी को लेकर ससुराल चली गई। शाम सात बजे मीरा बेटी और पति सर्वेश के साथ मायके पहुंची। दोनों लोग पहली मंजिल पर बने कमरे में चले गए। मीरा के भाई गणेश के मुताबिक कमरे में जाने के बाद सर्वेश और मीरा के बीच झगड़ा होने लगा। कुछ ही देर के बाद लोगों ने गोली की आवाज सुनी।
लोग दौड़कर मीरा के कमरे में पहुंचे तो देखा मीरा और सर्वेश दोनों खून से लथपथ पड़े थे। सर्वेश ने पत्नी को गोली मारकर खुद को भी पिस्टल से गोली मार ली थी। गणेश की सूचना पर पहुंची कृष्णानगर पुलिस ने दोनों को लोकबंधु अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मीरा को मृत घोषित कर दिया। मीरा के सिर पर गोली लगी थी।
डॉक्टरों ने गंभीर रूप से घायल सिपाही सर्वेश को ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया, जहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसको भी मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना पाकर डीसीपी साउश केशव कुमार, एसीपी कृष्णानगर विनय द्विवेदी और फॉरेंसिक टीम भी पहुंच गई। डीसीपी ने बताया कि दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। अभी तक की जांच में इस बात का पता चला है कि सिपाही ने आपसी मनमुटाव व पारिवारिक विवाद के चलते पत्नी की हत्या कर खुद भी जान दे दी।
मीरा के परिजनों ने पुलिस को बताया कि शादी के एक साल के बाद से ही सर्वेश और मीरा के बीच पारिवारिक कलह और झगड़ा होने लगा था। वर्ष 2020 में मीरा ने पति के खिलाफ पीजीआई थाने में केस भी दर्ज कराया था। इसके बाद कोर्ट की मध्यस्थता के चलते वर्ष 2021 में आपसी समझौता हो गया था। इसके बाद दोनों लोग साथ रहने लगे थे। मीरा के भाई गणेश ने बताया कि कमरे में बहन व बहनोई के बीच बहस उन लोगों ने सुनी थी। सर्वेश ने जैसे ही पहली गोली मीरा को मारी, वैसे ही गणेश ने मदद के लिए पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दे दी। कुछ ही मिनट के बाद लोगों ने दूसरी गोली चलने की आवाज सुनी। मीरा के मायके वाले जब तक दौड़कर कमरे में पहुंचते, तब तक देर हो चुकी थी।
इंस्पेक्टर कृष्णानगर पीके सिंह ने बताया कि सिपाही सर्वेश ने घटना में अवैध पिस्टल का प्रयोग किया था। सिपाही के पास पिस्टल कहां से आई इस बात का पता नहीं चल सका है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। मौके पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने घटना में प्रयोग की गई पिस्टल व खोखा बरामद किया है। सर्वेश और मीरा के बीच अचानक क्या हुआ, जो सर्वेश ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया। अब पुलिस सर्वेश के घरवालों से भी बातचीत करने की बात कह रही है। हो सकता है कि दोनों के बीच सर्वेश के घर पर कुछ विवाद हुआ हो। डीसीपी ने बताया कि पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
पारिवारिक विवाद में सिपाही ने पत्नी की गोली मारकर हत्या कर खुद भी जान दी
By
Posted on