देहरादून: उत्तराखंड में सहायक अध्यापकों (एलटी) के अंतरमंडलीय तबादलों को फिलहाल टाल दिया गया है। शिक्षा विभाग ने यह फैसला उत्तराखंड बोर्ड की आगामी परीक्षाओं को देखते हुए लिया है।
शिक्षा सचिव रविनाथ रामन ने बताया कि तबादलों के लिए पहले जो एसओपी जारी की गई थी, उसमें कई खामियां पाई गई हैं। साथ ही, कई शिक्षकों के प्रस्तावों में मानकों की अनदेखी की गई थी, जिससे भविष्य में विभाग को कानूनी लड़ाई का सामना करना पड़ सकता था।
शिक्षकों का धरना
इससे पहले, अंतरमंडलीय तबादलों में देरी से नाराज शिक्षक शिक्षा निदेशालय में धरने पर बैठे थे। शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने मांग की थी कि जल्द से जल्द तबादले किए जाएं। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने भी शिक्षकों को आश्वासन दिया था कि दस दिन के भीतर तबादले कर दिए जाएंगे।
मंडल कैडर के तहत होंगे तबादले
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल सहायक अध्यापकों के तबादले मंडल कैडर के तहत ही होंगे। इसके लिए शिक्षकों से नए सिरे से आवेदन मांगे जाएंगे। नए सिरे से जारी होने वाली एसओपी में सभी मानकों को ध्यान में रखा जाएगा।
क्यों टले तबादले?
- बोर्ड परीक्षाएं: उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। ऐसे में तबादलों से शिक्षकों और छात्रों दोनों को परेशानी हो सकती है।
- एसओपी में खामियां: पहले जारी की गई एसओपी में कई खामियां पाई गई थीं।
- मानकों की अनदेखी: कई शिक्षकों के प्रस्तावों में मानकों की अनदेखी की गई थी।
- कानूनी लड़ाई: अगर मानकों की अनदेखी करके तबादले किए जाते तो विभाग को कानूनी लड़ाई का सामना करना पड़ सकता था।
शिक्षकों में निराशा
शिक्षकों में इस फैसले से निराशा है। उनका कहना है कि उन्हें तबादले में काफी देरी हो रही है। हालांकि, शिक्षा विभाग का कहना है कि नए सिरे से जारी होने वाली एसओपी में सभी मानकों को ध्यान में रखा जाएगा और जल्द ही तबादले की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।